Jharkhand Crime News: दुमका जिला अंतर्गत जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक ग्रामीण इलाके की किशोरी को उसके गंतव्य तक पहुंचाने का आश्वासन देकर बासुकिनाथ बस स्टैंड के ऑटो चालक ने जंगल में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया. विरोध करने पर किशोरी को अधमरा कर सड़क किनारे फेंक कर भाग गया. डंडे की पिटाई से किशोरी का पैर टूट गया. रातभर सुनसान जगह पर अकेले रहने के बाद रविवार की सुबह युवती को गंभीर स्थिति में फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज, दुमका में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इस मामले में पीड़िता के बयान के आधार पर अज्ञात ऑटो चालक के खिलाफ जरमुंडी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पहले से एक लड़की बैठी थी ऑटो में
पीड़ित किशोरी ने अपने बयान में बताया कि बासुकिनाथ बस स्टैंड, रामगढ़ अपने फूफा के घर जाने के लिए आयी थी. इस दौरान एक ऑटो चालक ने उससे पूछा कि वह कहां जा रही है. जब किशोरी ने ऑटो चालक को रामगढ़ जाने की बात कही, तो ऑटो चालक ने भी रामगढ़ जाने की बात कही और किशोरी को सकुशल घर पहुंचाने का आश्वासन दिया. किशोरी ने ऑटो में पूर्व से एक और लड़की को बैठे देख कर निश्चित होकर ऑटो से रामगढ़ जाने को तैयार हो गयी. बासुकिनाथ बस स्टैंड से निकलकर ऑटो चालक करीब आधे घंटे के सफर के बाद एक सुनसान जंगल के इलाके में ऑटो रोक दिया. इसके बाद दोनों के साथ छेड़खानी शुरू कर दी. इस दौरान ऑटो में पूर्व से बैठी युवती मौका देख कर निकल भागने में सफल रही.
पीड़िता को इलाज के लिए फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज में कराया भर्ती
वहीं, पीड़िता को ऑटो चालक ने मारपीट कर और जान से मारने का भय दिखाकर उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी. दुष्कर्म करने का प्रयास किया. उसने विरोध किया, तो उसे डंडे से मारकर अधमरा कर दिया और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मुड़ाबहाल इलाके में सड़क किनारे फेंक कर भाग गया. रातभर वह वहीं पड़ी रही. रविवार की सुबह मॉर्निंग वाक पर निकले किसी व्यक्ति ने मरणासन्न अवस्था में सड़क किनारे पड़ी किशोरी को देखा एवं इसकी जानकारी मुफस्सिल थाना को दी. सूचना प्राप्त होने पर मुफस्सिल थाना के एसआई अरविंद कुमार राय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर किशोरी को उठाया एवं फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
पुलिस ऑटो चालक की शिनाख्त करने में जुटी
इस संबंध में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली. पीड़िता ने दुमका महिला थाना के एएसआइ मठिंडा मिंज को अपना बयान दिया. ऑटो चालक ने पीड़िता का मोबाइल एवं 500 रुपये भी छीन लिया. इस मामले में पुलिस ऑटो चालक की शिनाख्त करने का प्रयास में लगी हुई है. वहीं, पीड़िता की दादी ने बताया कि शनिवार की दोपहर वह शौच के लिए घर से निकली पर देर शाम तक वापस नहीं आयी. खोजबीन करने पर गांव के बच्चे ने बताया कि उसे जमुआ के तरफ दौड़ कर जाते देखा है. रविवार की सुबह उसे फोन पर जानकारी मिली कि पोती PJMCH में भर्ती है.
बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट ने लिया स्वत: संज्ञान
मामले में बाल कल्याण समिति के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट ने स्वतः संज्ञान लिया है. मारपीट में किशोरी का दायां पैर जांघ के पास टूट गया है और उसके चेहरे पर भी जख्म पाया गया है. ऐसी हालत में पीड़िता को समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया जा सकता था. इसलिए समिति के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट ने जेजे एक्ट 2015 की धारा 30(12) के तहत मामले का स्वतः संज्ञान लिया. चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार, सदस्य डॉ राज कुमार उपाध्याय और नूतन बाला अस्पताल पहुंचे और वहीं मामला दर्ज करते हुए पीड़िता और उसकी दादी का बयान दर्ज किया.
किशोरी के साथ ऑटो चालक ने किया छेड़खानी
इस संबंध में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने कहा कि किशोरी के साथ ऑटो चालक द्वारा छेड़खानी किये जाने की जानकारी मिली है. पीड़िता के पूरी तरह होश में आने पर ही पूरी घटना की जानकारी मिल पायेगी. जरमुंडी थाना प्रभारी दयानंद साह को किशोरी के बयान और अन्य जानकारी लेने के लिए अस्पताल भेजा गया है.
Posted By: Samir Ranjan.