शिकारीपाड़ा, जामा व जरमुंडी में भाजपा ने अपने पुराने प्रत्याशियों पर जताया भरोसा
दुमका विस से पहली बार चुनाव लडेंगे सुनील सोरेन, जामा से विधायक व दुमका लोकसभा के रहे एक टर्म सांसद
दुमका. भारतीय जनता पार्टी ने अपने जिन उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी की है, उसमें दुमका के चारो विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों की घोषणा हो गयी है. शिकारीपाड़ा से उम्मीदवार बनाये गये परितोष सोरेन, जरमुंडी से देवेंद्र कुंवर एवं जामा से सुरेश मुरमू पिछले चुनाव में भी प्रत्याशी थे. दुमका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने इस बार प्रत्याशी बदला है और पूर्व सांसद सुनील सोरेन को मैदान में उतारा है. दुमका विधानसभा सीट को लेकर सुनील सोरेन के नाम के कयास लोकसभा चुनाव के समय से ही लगाये जा रहे थे. चार-पांच दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूची में भी उनका ही नाम चल रहा था. सूत्र बताते हैं कि पिछले चुनावों में दुमका से प्रत्याशी और रघुवर सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकीं डॉ लुईस मरांडी को भाजपा बरहेट से लड़ाना चाहती है और यही वजह माना जा रहा है कि बरहेट के लिए अब तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा भाजपा के इस सूची में नहीं की गयी है. दुमका सीट से 2009, 2014, 2019 के चुनाव एवं 2020 के उपचुनाव को डॉ लुईस मरांडी लड़ चुकी है. 2014 में उन्होंने मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन को परास्त किया था. उसके बाद 2019 में दुमका में डॉ लुईस सहित जिले के ये चारो सीट में भाजपा प्रत्याशी हार गये थे. 2020 में हुए दुमका उपचुनाव में भी भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था. शिबू-दुर्गा को हरा चुके हैं सुनील सोरेन हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के पूर्व सीटिंग एमपी सुनील सोरेन का पार्टी ने टिकट देकर उनका टिकट एन वक्त पर काट दिया था और झामुमो छोड़कर भाजपा में आनेवाली सीता सोरेन को प्रत्याशी बना दिया था. हालांकि उस समय ही सुनील सोरेन को आश्वस्त कर दिया गया था कि पार्टी उनको अलग जवादबदेही देने जा रही है. सुनील सोरेन दुमका संसदीय चुनाव में शिबू सोरेन और विधानसभा क्षेत्र जामा में शिबू सोरेन के दिवंगत पुत्र दुर्गा सोरेन को परास्त कर चुके हैं. झामुमो ने अपने पुराने उम्मीदवार को ही यहां उतारा, तो बसंत सोरेन उनके सामने चुनौती होंगे.
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