दुमका सर्किट हाउस में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा- राजनीतिक महत्वाकांक्षा की अंतिम पारी में नीतीश
जिस तरह यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव लड़के अंतिम पारी खेली और अब निश्चिंत हो गये हैं. उसी प्रकार अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा की अंतिम पारी बिहार के सीएम नीतीश कुमार खेल रहे हैं. उक्त बातें दुमका परिसदन में झारखंड के पूर्व सीएम सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कही.
Dumka News: जिस तरह यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव लड़के अंतिम पारी खेली और अब निश्चिंत हो गये हैं. उसी प्रकार अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा की अंतिम पारी बिहार के सीएम नीतीश कुमार खेल रहे हैं. उक्त बातें दुमका परिसदन में झारखंड के पूर्व सीएम सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कही. वे दो दिवसीय दौरे पर दुमका पहुंचे हैं.
एनडीए के साथ संबंध तोड़ना नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा
बिहार में सियासी उठा-पटक के संदर्भ में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बाबूलाल ने कहा कि एनडीए के साथ संबंध तोड़ने का एक ही कारण है नीतीश जी की महत्वाकांक्षा. ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी उन्होंने आरजेडी के साथ सरकार बनायी थी. उस समय जो भय व भ्रष्टाचार बढ़ा, उन्होंने संबंध तोड़ा ये बात समझ में आती है, क्योंकि लालू परिवार के बारे में बिहार की जनता जानती है. लेकिन अभी जो उन्होंने पलटी मारी है इसका कोई कारण नहीं है.
भाजपा ने हमेशा नीतीश को दी इज्जत, नहीं रखा मान
बाबूलाल ने कहा कि जिस भाजपा ने और इसके शीर्ष नेताओं ने नीतीश जी को हमेशा इज्जत दी, सम्मान दिया. लेकिन नीतीश ने इसका मान नहीं रखा. यह भाजपा ही नहीं राज्य की जनता के जनादेश का अपमान है. उन्होंने कहा कि जब नरेंद्र मोदी का पीएम कैंडिडेट के रूप में नाम अनाउंस हुआ था तब भी इनका अनर्गल बयान आया था फिर भी भाजपा ने राज्य की जनता के हित में उन्हें सम्मान दिया सीएम बनाया. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ जेडीयू ने मिलकर चुनाव लड़ा, भाजपा ने कमोवेश बराबर सीटें दी, तब साथ लड़े तो जेडीयू के उतने एमपी चुनाव जीते. इस विधान सभा चुनाव में भी भाजपा लार्जेस्ट पार्टी होने के बावजूद कमिटमेंट के मुताबिक सीएम नीतीश को बनाया.
भाजपा ने तो 2024 का भी सीएम घोषित कर दिया था
बाबू लाल ने कहा कि हाल में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने तो बिहार दौरे में 2024 चुनाव में भी नीतीश को ही सीएम प्रोजेक्ट कर दिया. फिर भी नीतीश जी अपनी महत्वाकांक्षा के आगे बिहार की जनता के मैंडेट को दरकिनार छल किया. अब उन्हें लगता है को विपक्ष का वो बड़ा चेहरा बन पायेंगे. लेकिन उनका यह भ्रम टूट जायेगा. वे अपनी राजनीत की अंतिम पारी खेल रहे हैं. इस बातचीत के क्रम में उनके साथ मीडिया प्रभारी पिंटू अग्रवाल मौजूद थे.