नलिन सोरेन मेरे अभिभावक व चाचा, आशीर्वाद में ले लूंगी दुमका सीट से जीत : सीता सोरेन
जेएमएम नेता हो गये हैं दलाल, गुरुजी की चलती तो नहीं छोड़ना पड़ता झामुमो
दुमका. भाजपा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद सीता सोरेन पहली बार दुमका पहुंची. यहां पार्टी के चुनाव कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दौरान झामुमो से नलिन सोरेन को प्रत्याशी बनाये जाने पर मीडिया के सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी नलिन सोरेन मेरे अभिभावक हैं. मेरे चाचा हैं. मैं आशीर्वाद के तौर पर उनसे जीत मांगूंगी. देवघर हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई. उसका जिक्र करते हुए सीता सोरेन ने कहा कि पीएम ने मुझे यह टास्क दिया है कि आप खुद विजयी बने और भाजपा के अन्य प्रत्याशी को भी जितायें. सीता सोरेन ने कहा कि यह मेरे लिए एक बड़ा अवसर है, जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह जैसे लोगों ने मुझे अपने पार्टी में शामिल कर इतना सम्मान दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार जनता के हितों के लिए कार्य कर रही है. देश विकास के रास्ते अग्रसर है. मेरा भी मुद्दा विकास का होगा और भाजपा के एजेंडे को जनता के बीच ले जाकर हम दुमका लोकसभा सीट पर जीत का परचम लहरायेंगे. सीता सोरेन ने कहा कि भाजपा में महिलाओं का काफी सम्मान होता है. यही वजह है कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया गया. सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. जमीन समेत खनिज सभी खनिज पदार्थों की लूट मची है. झारखंड को खोखला कर दिया गया है. किसी को झारखंड के विकास से मतलब नहीं है. पार्टी के सभी नेता दलाल बन गये हैं और अपनी जेब भरने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन अपनी करनी की वजह से जेल में हैं. यही वजह है कि आज झामुमो छोड़ भाजपा में आयी हूं तो मेरे समर्थक चाहे वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में ही क्यों नहीं थे, अब मेरे साथ हैं. वे सब मिलकर मुझे दुमका लोकसभा सीट से जीत दिलाने का काम करेंगे. कहा कि शिबू सोरेन की अब झारखंड मुक्ति मोर्चा में नहीं चलती है. अगर झामुमो में उनका सब कुछ ठीक-ठाक रहता तो वे मुझे पार्टी से निकलने ही नहीं देते. सीता सोरेन ने कहा कि उनका आशीर्वाद सदैव मेरे साथ है. कहा कि उनके पति स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की मौत संदेहास्पद स्थिति में हुई थी. पार्टी में रहते हमने कई बार उनकी मौत की जांच की मांग की, पर पार्टी में हमारी बातों को टाल दिया जाता था. आज भी मैं अपने पति की संदेहास्पद स्थिति में मौत की जांच की मांग करती हूं.