टीम ने डायरिया प्रभावित गांव के कुआं में किया ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव

पीजेएमसीएच से आधा-अधूरा इलाज कराकर भाग गयी थीं चारों महिला मरीज, दो पुन: सीएचसी में कराया गया भर्ती व दो की सहेत में आ चुका है सुधार

By Prabhat Khabar News Desk | October 19, 2024 11:31 PM

शिकारीपाड़ा. डायरिया महामारी से प्रभावित प्रखंड के सोनाढाब के आदिवासी टोला का जायजा लेने सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह शनिवार गांव को पहुंचे. उक्त टोला स्थित कुआं व आसपास का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि फिलहाल सब कुछ सामान्य है. किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवानंद मिश्रा ने बताया कि सोनाढाब की गंभीर रूप से बीमार पांच महिलाएं सबोरी सोरेन, बिटिया हेंब्रम, सुमी सोरेन, चुड़की हांसदा व माइको टुडू को सीएचसी शिकारीपाड़ा से शुक्रवार को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका रेफर किया गया था. जिनका इलाज वहां चल रहा था. पर किसी द्वारा उन्हें भ्रमित कर दिया गया और इलाजरत 5 में से 4 महिलाएं शनिवार सुबह अस्पताल से फरार हो गयी. उन्होंने बताया कि अस्पताल से भागी सबोरी सोरेन और बिटिया हेंब्रम प्रखंड के घैलापाथर गांव से बरामद कर सीएससी में भर्ती कराया गया है. शनिवार शाम को सोनाढाब में ही सुमी सोरेन व चुड़की हांसदा को पाया गया. उक्त दोनों महिलाओं की जांच की गयी. बीपी आदि सामान्य पाया गया तथा सुबह से ही दोनों को लूज मोशन या दस्त आदि नहीं हु था. ऐसे में प्रभावित गांव सोनाढाब के आदिवासी टोला में सीएचसी के डॉ गौरव भीम मुर्मू चिकित्सा दल के साथ कैंप कर रहे हैं. बीमारी के संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मिश्रा ने बताया कि डायरिया का कारण दूषित जल का सेवन हो सकता है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता सोनू कुमार भी अपनी टीम के साथ प्रभावित टोला पहुंचे. उक्त कुआं से जल का सैंपल कनीय अभियंता द्वारा लिया गया. पर उक्त कुआं में मेडिकल टीम द्वारा ब्लीचिंग पाउडर डाला गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version