पुस्तकों से दोस्ती करें, योजनाबद्ध तरीके से तैयारी करें, लक्ष्य हासिल होने तक न थकें और न रुकें : एसपी

एएन काॅलेज में पहाड़िया आदिम जनजाति वर्ग के इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2024 8:57 PM

दुमका. जिले के पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने शनिवार को एएन काॅलेज में पहाड़िया आदिम जनजाति वर्ग के इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग का आयोजन किया. उनके बीच प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कुल साठ सेट पुस्तकें उपलब्ध करायी, ताकि वे सिलेबस के अनुरूप अलग-अलग प्रतियोगिताओं की तैयारी कर सकें. उन्होंने कहा कि सफलता के मार्ग में अभाव व गरीबी बाधक नहीं होती. बाधक केवल और केवल कमजोर इच्छाशक्ति और तैयारी में कमी ही बनती है. श्री खेरवार अपने साथ आधे दर्जन से अधिक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचे थे, जिन्होंने अभाव, आर्थिक किल्लत, उचित शैक्षणिक पृष्ठभूमि में कमी के बावजूद सफलता हासिल की. एसपी ने बताया कि आर्थिक बाधा नहीं, सोच में कमी बाधा बनती है. आप जब तक अच्छी सोच के साथ अपना लक्ष्य तय नहीं करेंगे और उसके लिए कड़ी मेहनत नहीं करेंगे, तो सफलता नहीं मिलेगी. सफलता के लिए ईमानदार प्रयास, सतत मेहनत और सही रणनीति बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि बात चाहे युद्ध की हो, व्यवसाय की या किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी की, रणनीति ही आपको मंजिल तक आसानी से पहुंचाती है. आप बगैर रणनीति के तैयारी करेंगे, तो राह कठिन और सफलता की संभावना भी कम होगी. लेकिन सिलेबस को जानकर और विषय-वस्तु को समझकर तैयारी करेंगे, तो लक्ष्य पाना सहज व सरल होगा. उन्होंने बताया कि असफलताओं और अपनी कमजोरी को सुधारकर आगे बढ़ें.

जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने कहा कि वे भी उन जैसे समाज से ही आयी हैं और इसी इलाके में और हिंदी मीडियम में उनकी भी पढ़ाई हुई है. आप भी शिक्षा को साधन बनाएं. नियमित पढ़ें और तैयारी में लगे रहें. वैकेंसी आते ही अवसर का लाभ उठाएं. एसडीपीओ विजय कुमार महतो ने कहा कि उनके पिता राजमिस्त्री थे, बावजूद उन्होंने हमें पढ़ाने में कोई कमी न रखी. असफलता के बाद भी आगे बढ़े और आज वे और उनके अन्य दो भाई भी सरकारी नौकरी में हैं. नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित लकड़ा ने बताया कि कैसे जब वे दसवीं में थे, तब उनके पिता का साया सिर से उठ गया, बावजूद घर की जिम्मेदारी को सम्भालते हुए वे पुलिस सेवा में आने में सफल रहे. यह सब केवल मेहनत व दृढ़ इच्छाशक्ति से ही संभव हो पाया. मुफस्सिल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नीतीश कुमार व सार्जेंट रमेश मंडल, महिला एसआई अनुपमा रश्मि ने भी अपने छात्र जीवन व चुनौतीपूर्ण सफर को साझा किया तथा पहाड़िया आदिम जनजाति के युवाओं-युवतियों कोे अभाव-कमजोरी को ही अपनी ताकत बनाने के गुर बताए. कार्यक्रम की अध्यक्षता एएन काॅलेज के प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह ने की. मंच संचालन समाजसेवी व एसआइआरबी के जवान बसंत सिंह पहाड़िया ने किया. मौके पर कॉलेज के शिक्षक डॉ नवीन कुमार सिंह, सुबोध पुजहर, मंगल देहरी, सोमनाथ पुजहर, शंकर सिंह, जागेश्वर सिंह, श्याम सिंह, लालचंद कुमार, प्रीफेक्ट सूरज पहाड़िया, जोसेफ मालतो, आशा देहरी, शर्मिला देहरी आदि मौजूद थे.

जल्द ही लाइब्रेरी बनवाने का दिया आश्वासन :

एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने पहाड़िया आदिम जनजाति समाज के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए सुविधाओं से सुसज्जित लाइब्रेरी बनवाने का भी आश्वासन दिया. उन्होंने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फाॅर्म भरने से लेकर किसी भी तरह की परेशानी होने पर भी सहयोग की बात कही. बता दें कि श्री खेरवार पहले भी यहां के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए पुस्तक सहित अन्य संसाधन उपलब्ध करा चुके हैं. उन्होंने जल्द ही विषयवार एक्सपर्ट भेजकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने का भी आश्वासन दिया.

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