संवाददाता, दुमका बांग्लादेश में हिंदू, सिख, जैन एवं बौद्धों पर हो रहे हमले के विरोध में सर्व सनातन समाज के बैनर तले दुमका के यज्ञ मैदान में आक्रोश प्रदर्शन कर आक्रोश रैली निकली गयी. यह आक्रोश रैली यज्ञ मैदान से होते हुए टीन बाजार, वीर कुंवर सिंह चौक होते हुए कोर्ट कंपाउंड पहुंच कर समाप्त हुई. इसके बाद राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद करने, इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण कारावास से मुक्त कराने की पहल की मांग की गयी. लोगों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं तथा अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हमले, हत्या ,लूट आगजनी तथा महिलाओं पर हो रही अमानवीय अत्याचार अत्यंत चिंताजनक हैं. वर्तमान में बांग्लादेशी सरकार तथा अन्य एजेंसी इसे रोकने की जगह केवल मूकदर्शक बनी हुई है. सर्व सनातन समाज ने केंद्र सरकार से मांग की कि अत्याचारों को रोकने के प्रयासों को हर संभव जारी रखे तथा इसके समर्थन में वैश्विक अभिमत बनाने हेतु यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाये. आक्रोश रैली में शामिल लोगों ने बांग्लादेश के पीड़ितों के साथ खड़े होकर अपना समर्थन प्रकट किया. रैली में दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद हो, बांग्लादेशी पुलिस की मनमानी बंद हो, मंदिर मठों पर पत्थर बाजी बंद हो, मंदिरों को , हिंदू नाबालिग लड़कियों का जबरन धर्मांतरण बंद हो आदि के नारे लगते रहे. इस आक्रोश मार्च में दुमका जिला के बहुत से समाजसेवी भी उपस्थित थे, सभी ने एकजुटता दिखाते हुए इसका कड़ा विरोध किया और सभी ने यह भी शपथ लिया कि हम सभी एक रहेंगे, जिससे कि बांग्लादेश में हो रही अमानवीय घटना भारत में ना हो. इस कार्यक्रम में दुमका के पूर्व सांसद सुनील सोरेन, भाजपा नेत्री अमिता रक्षित, दुमका जिला के डॉ राजकिशोर हांसदा, मंगल मंडल, प्रमोद यादव, स्वामी अरण्या नंद, डॉ राजेंद्र पांडेय, संतलाल, मनोज, जितेंद्र के साथ सामाजिक, राजनीतिक और छात्र संगठन के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहें. —————————————————– सर्व सनातन समाज ने दुमका में निकाली आक्रोश रैली, की मांग
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