Chhath Puja 2020 : ‘मईया हो गंगा मईया, राम जैसन बेटा तू दीह, बेटी सीता समान’ जैसे गीतों के साथ सज गये दुमका के छठ घाट, देखें pics
Chhath Puja 2020 : लोक आस्था एवं सूर्योपासना के महान पर्व छठ को लेकर उपराजधानी दुमका में उत्साह पूरे चरम पर है. पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. चहुंओर छठ गीतों की गूंज है. गुरुवार को लोहंडा यानी खरना के अवसर पर छठ व्रतियों ने गुड़ से बनी खीर एवं घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद तैयार किया. छठी मइया की पूजा की तथा प्रसाद ग्रहण किया. वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी छठ घाटों की सफाई कर उसे शानदार ढंग से सजाया-संवारा गया है. शहरी क्षेत्र में छठ महापर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के खुटाबांध, पोखरा चौक बड़ा बांध, रसिकपुर बड़ा बांध, पुसारो नदी एवं विशेश्वर पोखर छठ पूजा को लेकर सजा दिया गया है. घाटों की सफाई से लेकर सजावट तक का सारा काम समाप्त हो चुका है. पोखर के चारों ओर ज्यादा गहराई वाले क्षेत्र को बांस अथवा रस्सी से घेराबंदी कर दी गयी है, ताकि कोई भी छठ व्रती गहरे पानी में न जाएं.
Chhath Puja 2020 : दुमका : लोक आस्था एवं सूर्योपासना के महान पर्व छठ को लेकर उपराजधानी दुमका में उत्साह पूरे चरम पर है. पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. चहुंओर छठ गीतों की गूंज है. गुरुवार को लोहंडा यानी खरना के अवसर पर छठ व्रतियों ने गुड़ से बनी खीर एवं घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद तैयार किया. छठी मइया की पूजा की तथा प्रसाद ग्रहण किया. वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी छठ घाटों की सफाई कर उसे शानदार ढंग से सजाया-संवारा गया है. शहरी क्षेत्र में छठ महापर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के खुटाबांध, पोखरा चौक बड़ा बांध, रसिकपुर बड़ा बांध, पुसारो नदी एवं विशेश्वर पोखर छठ पूजा को लेकर सजा दिया गया है. घाटों की सफाई से लेकर सजावट तक का सारा काम समाप्त हो चुका है. पोखर के चारों ओर ज्यादा गहराई वाले क्षेत्र को बांस अथवा रस्सी से घेराबंदी कर दी गयी है, ताकि कोई भी छठ व्रती गहरे पानी में न जाएं.
खरना प्रसाद ग्रहण करने के लिए छठव्रतियों के घर भी आस- पड़ोस के लोग एवं सगे- संबंधी पहुंचे तथा प्रसाद ग्रहण किया. सुबह से ही छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं ने तैयारी शुरू कर दी थी. शाम में सभी छठ व्रतियों ने खरना पूजा कर प्रसाद का वितरण किया. खरना के साथ ही छठ व्रतियों का निर्जला उपवास भी शुरू हो गया. शुक्रवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा, जबकि शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ प्रदान किया जायेगा. उसके बाद पारन होगा.
जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी छठ पूजा को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर है. ग्रामीण इलाकों में भी छठ घाटों की सफाई कर उसे आकर्षक तौर पर सजाया-संवारा गया है. शहरी क्षेत्र में भी छठ महापर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के खूटाबांध, पोखरा चौक बड़ा बांध, रसिकपुर बड़ा बांध, पुसारो नदी एवं विशेश्वर पोखर छठ पूजा को लेकर सजा दिया गया है. घाटों की सफाई से लेकर सजावट तक का सारा काम खत्म हो गया है. पोखर के चारों ओर ज्यादा गहराई वाले क्षेत्र को बांस या रस्सी से घेराबंदी कर दी गयी है, ताकि कोई भी छठव्रती गहरे पानी में न जाएं.
Also Read: Chhath Puja 2020, Jharkhand LIVE : खरना के साथ ही छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरूछठ व्रतियों की सुरक्षा के लिए नौका से तलाब के चारो ओर निगरानी रखी जायेगी. समिति के द्वारा सभी पूजा पंडालों में दूध, दत्तवन, अगरबती, दीया, घी, गंगाजल आदि की व्यवस्था की गयी है. कोई भी व्यक्ति सभापति भवन अथवा पूजा पंडाल में आकर अपनी जरूरत का सामान प्राप्त कर सकते हैं. छठ पूजा में लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस समेत जिला प्रशासन काफी सचेत है. घाट के आसपास बेरेकेटिंग लगाकर बड़ी एवं छोटी वाहनों का प्रवेश बंद करनी की व्यवस्था की जा रही है.
गुरुवार को विधायक बसंत सोरेन ने बड़ाबांध एवं खूटाबांध घाटों में तैयारी का निरीक्षण किया. साथ ही समिति के सदस्यों से मिलकर उनकी बातों को सुना. मौके पर नगर परिषद उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल, अशोक कुमार राउत, अमरेंद्र यादव, शिवा बास्की, रवि यादव, मिथिलेश सिंह, श्यामल किशोर सिंह, महेश राम चंद्रवंशी, अरविंद यादव, युगल किशोर सिंह आदि मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.