दुमका : सीआइडी की जांच में खुलासा, पुलिस की पिटाई से नहीं हुई थी आशीष टुडू की मौत
घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस पर यह आरोप लगाया था कि पुलिसवालों ने पिटाई कर उसकी हत्या कर दी है. इसके बाद उसके शव को फंदे से लटका दिया. मौत की घटना लेकर स्थानीय थाना में केस दर्ज हुआ था.
दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थाना में पुलिस हिरासत में हुई आशीष टुडू की मौत का अनुसंधान सीआइडी ने पूरा कर लिया है. सीआइडी ने कोर्ट को फाइनल रिपोर्ट सौंप दिया है. सीआइडी ने जांच में पाया कि आशीष ने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. किसी पुलिसकर्मी ने पिटाई कर उसकी हत्या नहीं की थी. इधर, पुलिस हिरासत में हुई मौत के कारण एनएचआरसी ने मृतक के आश्रित को मुआवजा प्रदान करने की अनुशंसा के लिए सीआइडी मुख्यालय को पत्राचार किया है. इसके लिए पीड़ित परिवार का ब्योरा मांगा गया है. जानकारी के अनुसार घटना वर्ष 2019 की है. पुलिस को सूचना मिली थी कि बुलबुनी में कुछ संदिग्ध लोग किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं.
खुद फांसी लगा कर आशीष ने की थी आत्महत्या
इस सूचना के बाद पुलिस ने छापेमारी कर पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया. इसमें एक का नाम आशीष टुडू और दूसरे का नाम जयराम भगत था. जयराम भगत को पूछताछ के लिए थाना हाजत में रखा गया था. जबकि आशीष टुडू थाना परिसर के क्वार्टर में था. यहां आशीष टुडू का शव फंदे से लटका मिला था. घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस पर यह आरोप लगाया था कि पुलिसवालों ने पिटाई कर उसकी हत्या कर दी है. इसके बाद उसके शव को फंदे से लटका दिया. मौत की घटना लेकर स्थानीय थाना में केस दर्ज हुआ था. जिसके बाद निष्पक्ष तरीके से अनुसंधान के लिए सीआइडी को केस ट्रांसफर कर दिया गया था.