दुमका : दुमका दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मसलिया प्रखंड के धोबना, हरिणबहाल, सांपचला और कुसुमघट्टा गांव में ‘सरकार आपके द्वार कार्यक्रम’ में भाग लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब 60 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों व हर उम्र की विधवा को पेंशन देगी. आवेदन के साथ ही सक्षम लाभुक को पेंशन का लाभ दिया जायेगा. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मसानजोर स्थित पश्चिम बंगाल सरकार के गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की.
श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड में कोल इंडिया के विभिन्न उपक्रमों में जमीन के मद में ही केवल 30 से 40 हजार करोड़ रुपये का बकाया है, जो आजादी के बाद अब तक कोल इंडिया ने नहीं दिया है. वहीं, दूसरे राज्य प बंगाल, ओड़िशा, महाराष्ट्र जैसे राज्यों को भुगतान कर दिया गया है.
झारखंड के साथ धोखा हुआ है. जब हमारी सरकार ने केंद्र पर दबाव बनाया, तो पहली किस्त के तौर पर पहली बार केंद्रीय कोयला मंत्री ने खुद झारखंड आकर 250 करोड़ रुपये का चेक दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा : हम केंद्र सरकार के समक्ष कड़ाई के साथ अपनी मांग रख रहे हैं. जरूरत पड़ी, तो इस मामले में हम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटायेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का सहयोग नहीं मिल रहा है. सभी राज्य यही बोल रहे हैं. इस दौर की अर्थव्यवस्था में राज्यों के समक्ष कई चुनौतियां हैं. जीएसटी का बकाया एक अलग विषय है. कई अन्य मदों में भी केंद्र द्वारा पैसा नहीं दिया जाना बड़ा सवाल है.
दुमका की बदहाल सड़कों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा : मैंने अपने पिछले टर्म में जिस स्तर पर उपराजधानी को पहुंचाया था, उसके बाद के सरकार ने पिछले पांच साल में कोई माइलस्टोन नहीं रखा. फिलहाल यहां की जर्जर सड़कों की मरम्मत कर उन्हें चलने योग्य बनाया जा रहा है. बाद में वृहत स्तर पर सड़कों का निर्माण कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने पांच साल के दौरान सड़कों की मरम्मत समय-समय पर करायी होती, तो यह बदहाली नहीं दिखती.
दुमका में जल्द ही विधानसभा उप चुनाव है. ऐसे में तीन दिवसीय दुमका दौरे का इसी विधानसभा क्षेत्र तक सिमटे रहने के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते इतना छोटा उनका दायरा नहीं है. वे वहां भी जायेंगे, जहां गंगा का कटाव हो रहा है. सभी क्षेत्र का जायजा लेंगे. सरकार की योजनाएं पहुंचेंगी.
मुख्यमंत्री ने विधायक सीता सोरेन और उनकी दोनों बेटियों द्वारा ट्विटर पर उठाये गये सवाल पर कहा कि यह कोई गंभीर सवाल नहीं है. पांचों अंगुली हथेली में हैं, लेकिन बराबर नहीं है. पार्टी संगठन का यह विषय है, जिन्होंने सवाल किया है, जवाब उन्हें हम देंगे, मीडिया को जवाब नहीं दे सकते.
मसलिया स्थित विभिन्न गांवों में ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सोरेन ने कहा कि जल्द ही राज्य में मुख्यमंत्री पशुधन योजना की शुरुआत की जायेगी. राज्य सरकार गरीबों के तकलीफ को समझती है. कोरोना महामारी ने राज्य के समक्ष कई चुनौतियां थीं, लेकिन सरकार इस महामारी से डट का मुकाबला कर रही है.
इसी वजह से आज इस राज्य की चर्चा चारों ओर हो रही है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न विभागों के परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. कार्यक्रम में महेशपुर विधायक प्रो स्टीफन मरांडी, झामुमो युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत सोरेन, झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय सिंह, जिप उपाध्यक्ष असीम मंडल, डीसी राजेश्वरी बी व एसपी अंबर लकड़ा उपस्थित थे.
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जीएसटी का बकाया अलग विषय, अन्य मदों में भी केंद्र द्वारा पैसा नहीं दिया जाना बड़ा सवाल
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उपराजधानी दुमका को जहां पहुंचाया था, वहां पांच साल में कोई माइलस्टोन नहीं रखा गया
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सड़कों का मेटेंनेंस समय-समय पर कराया होता, तो आज ऐसी परेशानी पैदा नहीं होती
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आवेदन देने के साथ ही सभी बुजुर्गों और हर उम्र की विधवा को पेंशन देगी सरकार