सीएम हेमंत सोरेन ने मयुराक्षी नदी पर बने झारखंड के सबसे लंबे पुल का किया उद्घाटन, कही ये बात

सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को दुमका में मयुराक्षी नदी पर 198.11 करोड़ रुपये की लागत से बने झारखंड के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया. यह पुल दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद व मसलिया प्रखंड के मकरमपुर को जोड़ता है.

By Guru Swarup Mishra | October 30, 2023 5:51 PM
an image

दुमका : सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को दुमका में मयुराक्षी नदी पर 198.11 करोड़ रुपये की लागत से बने झारखंड के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इस महत्वाकांक्षी नवनिर्मित पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया है. वे महान आंदोलनकारियों को सम्मान देते हैं. यही झारखंड की पहचान है. देश के सबसे बड़े आंदोलनकारी के रूप में दिशोम गुरु शिबू सोरेन हम लोगों के बीच में हैं. पुल का नाम दिशोम गुरु के नाम पर करने के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए शिलापट्ट लगाया जाएगा. झारखंड का यह सबसे लंबा पुल दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद व मसलिया प्रखंड के मकरमपुर को जोड़ता है. इस पुल का निर्माण पांच साल से भी कम समय में हुआ है. 2018 में इस पुल की आधारशिला रखी गयी थी. आपको बता दें कि मकरमपुर सहित कई गांव ऐसे हैं, जो पहले दुमका शहर से सटे थे यानी नदी आवागमन में बाधक नहीं थी. मसानजोर डैम बनने के बाद बीच का इलाका डूब गया, तो मकरमपुर की आधी आबादी डैम के डूबक्षेत्र के उस पार रह गयी थी. एक तरह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब पुल बन जाने से मसानजोर विस्थापितों को परेशानी नहीं होगी.

झारखंड के सबसे लंबे पुल को जानिए

नदी का नाम-मयुराक्षी

लागत-198.11 करोड़

पुल की कुल लंबाई-2340 मीटर

एप्रोच सहित लंबाई-2800 मीटर.

चौड़ाई-45 स्पैन में 16 मीटर व 7 स्पैन में 30 मीटर

स्पैन की संख्या- 52

पियर्स की संख्या- 51

कार्य आरंभ-12.02.2018

कार्य समाप्ति-31.03.2023

बनवाने वाला विभाग-स्टेट हाइवे ऑथोरिटी ऑफ झारखंड

Also Read: CM हेमंत सोरेन झारखंड के सबसे लंबे पुल का आज करेंगे उद्घाटन, दुमकावासियों को देंगे बड़ी सौगात

दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर होगा पुल का नामकरण

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इस महत्वाकांक्षी नवनिर्मित पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया है. वे वीर पुरुखों और महान आंदोलनकारियों को सम्मान देते हैं. यही झारखंड की पहचान है. निश्चित रूप से देश के सबसे बड़े आंदोलनकारी के रूप में दिशोम गुरु शिबू सोरेन हम लोगों के बीच में हैं. पुल का नाम दिशोम गुरु के नाम पर करने के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए शिलापट्ट लगाया जाएगा.

Also Read: झारखंड: अब पलामू के लोग भी देख पा रहे हैं रांची में आयोजित हॉकी प्रतियोगिता का लाइव प्रसारण

कृषि, पर्यटन व व्यापार में आएगी मजबूती

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यह नवनिर्मित पुल आप सभी को समर्पित किया जा रहा है. ये झारखंड का सबसे लंबा पुल है. मयुराक्षी नदी पर बना नया पुल, नई सड़क के निर्माण से आवागमन में आप सभी को सुविधा होगी. कृषि, पर्यटन और व्यापार में मजबूती तथा रोजगार सृजन के साथ क्षेत्र के समग्र विकास में यह निर्माण सहायक साबित होगा.

Also Read: PHOTOS: झारखंड का प्रसिद्ध मुड़मा जतरा 30 अक्टूबर से, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी करेंगे उद्घाटन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2.34 किलोमीटर लंबे पुल को जनता को समर्पित किया. मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग द्वारा 198.11 करोड़ रुपए की लागत से मयूराक्षी नदी पर कुमड़ाबाद से मकरमपुर तक पहुंच पथ सहित 2800 मीटर पुल के लोकार्पण के साथ 391.41 करोड़ की 11 योजनाओं का उद्घाटन और 143.26 करोड़ की लागत से 12 योजनाओं का शिलान्यास किया. इस मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री बादल की मांग पर इस पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु रखने की दिशा में आवश्यक प्रक्रिया पूरी किये जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस पुल के बन जाने से दुमका, मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोगों के लिए आवागमन सुगम हो जाएगा. इसके साथ ही राज्य के इस सबसे बड़े पुल के निर्माण में दुमका सहित संतालपरगना के विकास का नया द्वार खुलेगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बिजली, पानी, सड़क के साथ आम जनों की समस्याओं के त्वरित निराकरण करने का संकल्प लिया है. इस संकल्प को साकार करने के लिए सरकार तेजी से कार्य कर रही है. इसलिए सर्वजन पेंशन योजना, सभी जरूरत मंद लोगों को राशनकार्ड, सावित्री बाई फूले सहित कई महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं. कार्यक्रम में राजमहल सांसद विजय हांसदा, विधायक नलिन सोरेन, सीता सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जायस बेसरा ने सभा को संबोधित किया.

Exit mobile version