दुमका, आनंद जायसवाल: दुमका की गादी कोरैया पंचायत के बड़ा ढाका मैदान में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार 1 लाख 36 हजार करोड़ का बकाया दे देती, तो गैस सिलेंडर 1200 का नहीं 500 में उपलब्ध कराता. पेंशन 1000 नहीं, 2500 होती. कोई ऐसा घर नहीं, जहां सरकार की योजना नहीं पहुंची है. पहले एक परिवार के सिर्फ 2 बच्चियों को ही सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जाता था. अब सभी बच्चियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ मिलेगा. गुरुजी क्रेडिट कार्ड राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है, जिससे बच्चों को पढ़ने के लिए राशि दी जाएगी. आप सभी सरकार की योजना का लाभ लें. दुमका जिले में 650 करोड़ की लागत से 800 किमी ग्रामीण सड़क की स्वीकृति दी गयी है, जिससे गांव की सड़कें बेहतर होंगी. पथ निर्माण विभाग द्वारा लगभग 1000 करोड़ की लागत से 650 किमी सड़क का निर्माण की स्वीकृति दी गयी है. 20 लाख हरा राशन कार्ड देने का कार्य राज्य सरकार ने किया है. आने वाले दिनों में उस राशन कार्ड में 1 किलो दाल भी मुफ्त दी जाएगी. इस अवसर पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता और बादल पत्रलेख, विधायक स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, प्रदीप कुमार यादव, सीता सोरेन, बसंत सोरेन और दिनेश विलियम मरांडी, जिला परिषद अध्यक्षा जॉयस बेसरा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, संताल परगना प्रमण्डल के आयुक्त लालचंद दादेल तथा जिले के उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
केंद्र सरकार बकाया देती, तो गैस सिलेंडर 500 में मिलता
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कोविड-19 के दौरान हमारे राज्य के फंसे लोगों को सड़क मार्ग, रेल तथा हवाई मार्ग से अपने राज्य, घर तक पहुचाने का कार्य किया. हर आदमी की जरूरत रोटी, कपड़ा और मकान देने का कार्य राज्य सरकार कर रही है. हर गरीब को आवास राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी, ये मेरा वादा है. 1 लाख 36 हजार करोड़ का बकाया अगर केंद्र सरकार से मिला होता, तो गैस सिलेंडर 1200 का नहीं 500 में उपलब्ध कराता. पेंशन 1000 नहीं, 2500 होती एवं युवाओं को अपने पैरों पर खड़े होने के लिए 10000 हज़ार की राशि उपलब्ध कराने का कार्य सरकार करती. अब पेंशन का आवेदन लेकर कार्यक्रम में कोई नहीं आता है. पिछले 2 चरणों मे बड़ी संख्या में आमजनों को लाभ मिला है. राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से जोड़ा है.
मुख्यमंत्री ने कई विकास योजनाओं का दिया तोहफा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 1035.10 करोड़ रुपए की 5358 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया. इसमें 835.71 करोड रुपए की 5308 योजनाओं की नींव रखी गई, जबकि 199.38 करोड रुपए की 50 योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ. विभिन्न योजनाओं के 34077 लाभुकों के बीच 53 करोड़, 23 लाख 10 हज़ार रुपए की परिसंपत्तियों बांटी गईं.
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बच्चे-बच्चियों को डॉक्टर-इंजीनियर बनने में आर्थिक तंगी नहीं बनेगी बाधा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के गरीब बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक तंगी अब कोई बाधा नहीं बनेगी. बच्चियां अब बोझ नहीं बनेगी. बच्चियां बेहतर तरीके से पढ़ें, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी फुले सावित्री योजना का लाभ दिया जा रहा है. इस योजना के तहत अब घर में जितनी भी बच्चियां होंगी, उनको इसका लाभ मिलेगा. अब वे डॉक्टर-इंजीनियर और अफसर बनेंगी. इसमें पैसे की तंगी बाधा नहीं बनेगी, क्योंकि उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. यहां के बच्चों को निजी विद्यालय से भी बेहतर शिक्षा देने के लिए स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस खोले गए हैं. अभी इन विद्यालयों की संख्या 80 है, जिसे बढ़ाकर 5 हज़ार करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि आज 50 विद्यार्थियों के विदेशों में उच्च शिक्षा का पूरा खर्च सरकार उठा रही है. प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेस को करने के लिए भी सरकार आर्थिक सहायता दे रही है.