संवैधानिक मूल्यों के प्रति रखें सम्मान की भावना : पीडीजे
संविधान दिवस पर एनएसएस ने निकाली पदयात्रा, आंबेडकर के योगदान को किया याद
दुमका. सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ के द्वारा संविधान दिवस पदयात्रा आयोजित की गयी. इसका नेतृत्व कुलपति प्रोफेसर बिमल प्रसाद सिंह ने किया. पदयात्रा का आरंभ भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थल से हुआ. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ जैनेंद्र यादव, कुलसचिव डॉ राजीव कुमार, वित्त पदाधिकारी डॉ विजय कुमार, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ इंद्र नील मंडल, डॉ संजय कुमार सिन्हा, डॉ पी पी सिंह, डॉ अनिल कुमार वर्मा, डॉ बिनय कुमार सिन्हा, डॉ निलेश कुमार, डॉ राजीव रंजन सिन्हा, डॉ राजेश यादव, डॉ शर्मिला सोरेन, डॉ निर्मला त्रिपाठी समेत विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे. शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ धनंजय कुमार मिश्र, कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रंजीत दुबे, डॉ प्रमोद कुमार झा, डॉ महाश्वेता, डॉ अजय शुक्ल, डॉ नम्रता गौरव और डॉ दीपक कुमार कोठरीवाल अपने-अपने स्वयंसेवकों के साथ यात्रा में शामिल हुए. प्राचार्य व शिक्षक-शिक्षिकाओं की भी उपस्थिति रही. विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक संविधान दिवस पदयात्रा में शामिल होकर संविधान की उद्देशिका की शपथ ली. कुलपति प्रोफेसर बिमल प्रसाद सिंह व समन्वयक डॉ धनंजय कुमार मिश्र ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. संविधान दिवस पदयात्रा बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर संपन्न हो गयी. इस दौरान हमारी पहचान हमारा संविधान, बाबा साहेब आंबेडकर अमर रहें, भगवान बिरसा मुंडा अमर रहें के नारे लगे. कुलपति ने उपस्थित समूह को शपथ दिलायी. समाहरणालय सभागार में उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान के प्रस्तावना को पढ़कर शपथ दिलायी. उपायुक्त समेत जिले के वरीय अधिकारियों ने डॉ भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. व्यवहार न्यायालय में संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा गया. पीडीजे सह डीएलएसए अध्यक्ष संजय कुमार चन्द्धरियावी ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. संविधान दिवस हमें न सिर्फ स्वतंत्र भारत का नागरिक होने का एहसास होता है बल्कि संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकारों से हमें अपना हक मिलता है. और लिखित मूल कर्तव्यों से हमें नागरिक के तौर पर अपने जिम्मेदारियां को भी याद दिलाता है. उन्होंने कहा कि दुमका जिला के विभिन्न प्रखंडों में प्रतिनियुक्ति पारा लीगल वॉलिंटियर्स द्वारा भी जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन कर संविधान की प्रस्तावना को पढ़कर लोगों को मौलिक अधिकार और कर्तव्य के बारे में जानकारी प्रदान किया. हर नागरिकों को संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावना रखने को कहा. मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत : बीडीओ गोपीकांदर प्रखंड सभागर समेत प्लस टू विद्यालय गोपीकांदर, प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय गोपीकांदर सहित प्रखंड के दर्जनों विद्यालय में संविधान दिवस मना. प्रस्तावना को पढ़ा व संविधान के तहत जीवन व्यतीत करने की शपथ ली. बीडीओ विजय प्रकाश मरांडी व कर्मियों ने संविधान के प्रस्ताव को पढ़कर शपथ ली. बीडीओ ने बताया कि संविधान दिवस के अवसर पर हमें न सिर्फ स्वतंत्र भारत का नागरिक होने का अहसास होता है, बल्कि संविधान में उल्लेख मौलिक अधिकारों से भी हमें अपना हक मिलता है. मौके पर पंचायती राज पदाधिकारी विशाल कुमार, सौरभ कुमार, सहित प्रखंड और अंचल के सभी कर्मी उपस्थित रहे. जामा व सरैयाहाट थाना प्रभारी ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के संग संविधान की प्रस्तावना को दुहराया.
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