फर्जी उपस्थिति बनाने का दबाव, सीआरपी पर पैसे मांगने का आरोप
फर्जी उपस्थिति बनाने का दबाव, सीआरपी पर पैसे मांगने का आरोप
प्रतिनिधि, गोपीकांदर दुमका जिले में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराती हुई नजर आ रही है. रामगढ़ में स्कूली बच्चों को साइकिल उपलब्ध कराने के नाम पर चार-चार सौ रुपये वसूली जाने की खबर पहले ही सामने आ चुकी थी, जिस पर जांच चल रही थी. इसी बीच, गोपीकांदर से आयी एक और खबर ने शिक्षा विभाग की खामियों को उजागर कर दिया है. बुधवार को प्राथमिक विद्यालय काजीकेंद के प्रधानाध्यापक मदन बास्की ने अपने सीआरपी पर गंभीर आरोप लगा;s. मदन बास्की ने बताया कि उनके सीआरपी, छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए दबाव डालते हैं. बुधवार को विद्यालय में सभी वर्गों के केवल आठ छात्र उपस्थित थे, लेकिन रिकॉर्ड में 29 छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गयी. उन्होंने यह भी बताया कि ऑनलाइन और रजिस्टर, दोनों में 29 छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गयी है. मदन बास्की ने आरोप लगाया कि सीआरपी, स्कूल निरीक्षण के दौरान शिक्षकों से पैसे की मांग करते हैं. ऐसे में यह पैसा कहां से दिया जाएगा. सीआरपी को पैसे देने के लिए ही छात्रों की उपस्थिति बढ़ाई जाती है. इस मामले में, सीआरपी शैलेश कुमार ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने न तो स्कूल के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने को कहा है और न ही किसी तरह की पैसों की मांग की है. बाबूपुर, कुम्हारबांध व जाड़ोपानी के प्रावि मिले बंद गोपीकांदर प्रखंड में जब शिक्षक ही समय पर स्कूल नहीं पहुंचे तो फिर छात्रों को शिक्षा कहां से मिलेगी. छात्र शिक्षक के इंतजार में राह देखते रहे, लेकिन शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचे. बुधवार को प्राथमिक विद्यालय बाबूपुर, कुम्हारबांध व जाड़ोपानी विद्यालय निर्धारित समय पर बंद रहा. सुबह करीब साढ़े 10 बजे तक विद्यालय बंद रहा. इस दौरान स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र जरूर पहुंचे थे. ये हालात एक दिन के नहीं हैं. कभी शिक्षक बीआरसी तो कभी दुमका कार्यालय का हवाला देकर विद्यालय को बंद कर देते हैं. लेकिन कागजों में विद्यालय खुला रहता है.
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