साइबर खतरों के बारे में कर्मियों को किया जागरूक
भारत सरकार तथा राज्य सरकार निर्देश पर ''सेफर इंटरनेट डे'' समाहरणालय सभागार में मनाया गया.
दुमका. भारत सरकार तथा राज्य सरकार निर्देश पर ””””सेफर इंटरनेट डे”””” समाहरणालय सभागार में मनाया गया. कार्यशाला एनआइसी के द्वारा आम नागरिकों, विद्यार्थियों, कार्यालय पदाधिकारियों, कर्मियों तथा बच्चे, महिला एवं युवा को शिक्षित करने, साइबर स्वच्छता को बढ़ावा देने, प्रमुख साइबर खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इन खतरों से बचाव के तरीकों के बारे में सूचना उपलब्ध कराने के निमित्त किया गया. ग्रामीण विकास, पंचायती राज, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, स्वास्थ्य, जेएसएलपीएस एवं समाहरणालय के पदाधिकारी-कर्मियों ने भाग लिया. पुलिस उपाधीक्षक, साइबर सेल तथा उनके पदाधिकारियों के द्वारा विभिन्न केस स्टडी का उदाहरण देते हुए साइबर खतरों व बचाव के बारे में उपस्थित प्रतिभागियों को जागरूक किया. मुख्य प्रबंधक ने बैकिंग ट्रांजेक्शन से संबंधित साइबर खतरों के बारे में उपस्थित प्रतिभागियों को जागरूक किया. जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ने फिशिंग, विशिंग, रैनसमवेयर, फिनांसियल फ्रॉड व डिजिटल अरेस्ट के विषय में विस्तार से अवगत कराया. जिले के अन्य तकनीकी पदाधिकारियों यथा- सहायक जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, इ-डिस्ट्रीक्ट मैनेजर, डीपीओ यूआइडी, जिला प्रबंधक सीएससी के द्वारा साइबर खतरों से सुरक्षा के विभिन्न पहलूओं के संबंध में जानकारी दी गयी. कार्यशाला के अंत में उप-विकास आयुक्त द्वारा सभी को निदेशित किया गया कि वे कार्यशाला में प्राप्त जानकारी से अपने सहयोगी कर्मी, आम नागरिकों विशेषकर महिलाएं एवं बच्चे को अवगत करावें. उन्हें साइबर खतरों तथा उससे बचाव के संबंध में जागरूक करें.
अनजान नंबर से आये लिंक को खोलने व वीडियो कॉल को उठाने से करें परहेज
शिकारीपाड़ा. साइबर अपराध से बचाव को लेकर मंगलवार को प्रखंडस्तरीय कार्यशाला बीडीओ एजाज आलम की अध्यक्षता में हुई. इसमें साइबर अपराधियों के बदलते तरीके व साइबर फ्रॉड से बचाव के संबंध में जानकारी दी गयी. बीडीओ ने कहा कि अनजान नंबर से आये विभिन्न प्रकार के लुभावने लिंक को न खोले ओर न ही किसी को ओटीपी ही भेजें. टॉल फ्री नंबर पर कस्टमर केयर से बात करने या लिंक को खोलने से पूर्व उक्त कंपनी के नाम का सही स्पेलिंग होने पर ही क्लिक करें. अन्यथा साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं. सीओ कपिलदेव ठाकुर ने जागरूक करते हुए कहा कि अनजान नंबर से आये वीडियो कॉल को उठाने से बचे तथा किसी प्रकार की लोभ लालच में आकर किसी अनजान नंबर के लिंक को न खोले. थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार लकड़ा ने कहा कि मोबाइल हैक होने की स्थिति में सबसे पहले संबंधित बैंक द्वारा खाते को ब्लॉक करायें. इसकी शिकायत थाना में करें. किसी फ्रॉड द्वारा रूपये ठगाने की स्थिति में ठगी की जानकारी मिलते ही 1930 पर कॉल कर सही जानकारी दें. ऐसा करने से पैसा बच सकता है. मौके पर बीपीओ संदीप कुमार व कुमार प्रणव, प्रभारी बीपीआरओ संजीव कुमार, प्रभारी बीएओ रोहित वर्मा, गौतम कुमार मंडल सहित पंचायत सचिव, मुखिया, प्रखंड व अंचल कर्मी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है