काठीकुंड(दुमका): शिकारीपाड़ा विधानसभा से 3 बार विधायक रहे डेविड मुर्मू का 85 वर्ष की अवस्था में काठीकुंड के चंद्रपुरा स्थित आवास में गुरुवार शाम 4 बजे निधन हो गया. दिवंगत डेविड मुर्मू मूल रूप से काठीकुंड प्रखंड की बड़तल्ला पंचायत के बलिया गांव के रहने वाले थे. श्री मुर्मू मलेरिया इंस्पेक्टर की नौकरी के बाद शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे थे. शिक्षक की नौकरी भी छोड़ दी और राजनीतिक सफर की सफल शुरुआत की थी. उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, शिकारीपाड़ा के वर्तमान विधायक नलिन सोरेन व दुमका विधायक बसंत सोरेन ने शोक प्रकट किया है.
बीमार चल रहे थे पूर्व विधायक डेविड मूर्मू
पूर्व विधायक डेविड मुर्मू सरकारी नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए थे. वे अपने पीछे अपनी पत्नी, 1 बेटा,5 बेटी के साथ नाती पोते का भरा पूरा परिवार छोड़ गये. दिवंगत विधायक की पुत्री आशा रानी मुर्मू ने बताया कि पिताजी काफी कमजोर हो चुके थे और बीमार भी चल रहे थे.
सरकारी नौकरी छोड़ आये थे राजनीति में
श्री मुर्मू मलेरिया इंस्पेक्टर की नौकरी के बाद शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे थे. शिक्षक की नौकरी भी छोड़ दी और राजनीतिक सफर की सफल शुरुआत की. प्रखंड के कुसुंबा पंचायत से मुखिया बने, फिर प्रमुख के पद पर चुनाव जीत कर समाज सेवा में लगे.
हेमंत सोरेन व बाबूलाल मरांडी ने जताया शोक
1979 में तत्कालीन विधायक के आकस्मिक निधन के बाद जेएमएम के टिकट से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद 1980 और 1985 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की. गुरुवार को उनके निधन की खबर से पूरा प्रखंड में शोक की लहर है. उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, शिकारीपाड़ा के वर्तमान विधायक नलिन सोरेन व दुमका विधायक बसंत सोरेन ने शोक प्रकट किया है.