लेखाहोड़ व ग्रामप्रधानों की मांग को लेकर ग्राम प्रधान मांझी संगठन ने दिया धरना

ग्राम प्रधान मांझी संगठन, संताल परगना की रामगढ़ प्रखंड इकाई ने ग्राम प्रधान एवं लेखा होड़ की विभिन्न मांगों के समर्थन में रामगढ़ प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2024 11:39 PM
an image

रामगढ़.

ग्राम प्रधान मांझी संगठन, संताल परगना की रामगढ़ प्रखंड इकाई ने ग्राम प्रधान एवं लेखा होड़ की विभिन्न मांगों के समर्थन में बुधवार को रामगढ़ प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व ग्राम प्रधान मांझी संगठन संताल परगना के प्रमंडलीय संयोजक इंग्लिश लाल मरांडी कर रहे थे. धरना प्रदर्शन को इंग्लिश लाल मरांडी, कोषाध्यक्ष श्रीपति मंडल, रूसो राम बास्की, गाजो कुंअर, देवी हेम्ब्रम, दिगंबर मरांडी, लाल बिहारी हेम्ब्रम, मनोहर हेम्ब्रम, जीतलाल सोरेन, जर्मन देहरी सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया. वक्ताओं ने राज्य सरकार पर ग्राम प्रधानों एवं लेखा होड़ की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए हुए आंदोलन पर उतरने की चेतावनी दी. संगठन के प्रमंडलीय संयोजक इंग्लिश लाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार परंपरागत ग्राम प्रधानों के साथ-साथ लेखा होड़ों की लगातार अनदेखी कर रही है. उनके मानदेय एवं सम्मान राशि का भुगतान नियमित रूप से नहीं किया जा रहा है. प्रधानों की पुरानी मांग है कि प्रधानी गांव में राजस्व की वसूली ऑनलाइन मोड की बजाय परंपरागत रूप से ऑफलाइन मोड में किया जाए. लेकिन सरकार ने इस मांग पर भी अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि लेखा होड़ में जोगमांझी, कुड़ाम नायकी, पाराणिक, गुड़ैत तथा मांझी शामिल हैं. इन्हें सम्मिलित रूप से लेखा होड़ कहा जाता है. परंपरागत ग्रामीण स्वशासन व्यवस्था में ग्राम प्रधानों के साथ-साथ लेखा होड़ों की अहम भूमिका है. लेकिन सरकार वर्तमान समय में इन सब की उपेक्षा कर रही है. वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार ग्राम प्रधान द्वारा चिह्नित किए गए लेख होड़ों के आश्रितों की रिक्त स्थानों पर अविलंब नियुक्ति करे. ग्राम प्रधानों एवं लेखा होड़ों को सम्मान राशि का शीघ्र भुगतान करे. प्रधानी गांव में राजस्व वसूली पहले की तरह ऑफलाइन मोड में करने की व्यवस्था लागू करे. धरना प्रदर्शन के बाद ग्राम प्रधान मांझी संगठन के नेताओं के शिष्टमंडल ने अपनी मांगों के समर्थन में दुमका के उपायुक्त को संबोधित ज्ञापन रामगढ़ के अंचल अधिकारी को सौंपा. संगठन के ज्ञापन में आठ सूत्रीय मांग पत्र शामिल है. धरना प्रदर्शन में देवान सोरेन, पलटन मरांडी, लीलू मरांडी, संग्राम मुर्मू, मसूदी किस्कु, बबलू मुर्मू, सोना लाल मरांडी, बलदेव हांसदा, मसूदन कुंवर, दरबारी हांसदा, बबलू टुडू, चुड़कू टुडू सहित प्रखंड के विभिन्न गांवों के सैकड़ों ग्राम प्रधान तथा लेखाहोड़ उपस्थित थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version