संताल परगना में खरीफ धान की खेती के लिए 43850 क्विंटल बीज की डिमांड

बीज वितरण में विलंब होने की आशंका, किसानों में मायूसी

By Prabhat Khabar News Desk | April 30, 2024 12:04 AM
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दुमका. संताल परगना में खरीफ के मौसम में मुख्य रूप से धान की खेती ही होती है. धान की खेती के अलावा कुछ किसान मक्का, अरहर, मूंग, उरद, कुल्थी, मड़ुवा, ज्वार व बाजरे की खेती करते हैं. पर धान की खेती की तुलना में मकई को छोड़ अन्य उपज की मात्रा काफी कम होती है. धान की खेती संताल परगना में किसान पूरी तरह मानसून पर ही निर्भर होकर करते हैं. रबी के लिए पटवन के साधन उस कदर नहीं है, लिहाजा किसान ज्यादा से ज्यादा फोकस इकलौती फसल के रूप में धान की खेती में ही लगाते हैं, जो उन्हें सालों भर खाने के लिए चावल उपलब्ध कराती है. मोटी आमदनी भी. इस बार खरीफ के माैसम में खेती के लिए किसानों को समय पर बीज की उपलब्धता को लेकर भी चिंता सता रही है. दरअसल, चुनाव का माहौल है. निविदा से लेकर वितरण आदि तक में विलंब होने की आशंका किसान जाहिर कर रहे हैं. हालांकि कृषि महकमे और झारखंड सरकार ने इसे लेकर चुनाव आयोग से अनुमति भी मांगी है. पिछले कुछ सालों से बीज की उपलब्धता समय पर सरकारी स्तर पर हो रही है, जिससे किसानों को इस बार भी लैंपस-पैक्स से बीज मिल जाने की आस है. इस बार भी विभिन्न जिलों ने किसानों को उपलब्ध कराने के लिए एमटीयू 7029 प्रभेद के ही बीज की सबसे अधिक डिमांड की है. इसके अलावा एमटीयू 1010, ललाट, सहभागी व अभिषेक जैसे प्रभेद की भी डिमांड की गयी है. दुमका जिले ने सर्वाधिक 14000 क्विंटल धान के बीज की डिमांड की है, तो जामताड़ा ने 10400, देवघर ने 10000, साहिबगंज ने 4000, गोड्डा ने 7100 व पाकुड़ ने 2350 क्विंटल धान के बीज की डिमांड की है. वहीं अरहर के लिए गोड्डा ने 130 क्विंटल, जामताड़ा ने 100 क्विंटल, देवघर ने 500 क्विंटल व दुमका ने 250 क्विंटल, मूंग के लिए गोड्डा ने 50 क्विंटल, जामताड़ा ने 200 क्विंटल, देवघर ने 550 क्विंटल व दुमका के द्वारा 200 क्विंटल के बीज की मांग की गयी है. मक्का के लिए सबसे अधिक दुमका ने 850 क्विंटल, देवघर-जामताड़ा ने 500-500 क्विंटल और गोड्डा ने 200 क्विंटल बीज मांगा है. जामताड़ा जिले से मूंगफली के 500 व गोड्डा से 75 क्विंटल बीज की डिमांड हुई है, जबकि अन्य चार जिलों ने मूंगफली का बीज नहीं मांगा है. मड़ुवा, ज्वार व बाजरा जैसे मोटे अनाज की मांग भी पाकुड़-साहिबगंज को छोड़ अन्य जिलों ने की है. किस जिले में कितनी डिमांड बीज-गोड्डा-पाकुड़-साहिबगंज-जामताड़ा-देवघर-दुमका धान-7100-2350-4000-10400-10000-14000 अरहर-0130-0000-0000-0100-0500-0250 मूंग-0050-0000-0000-0200-0550-0200 उरद-0100-0000-0100-0200-0550-0000 कुल्थी-0030-0000-0000-0000-0000-0000 मूंगफली-0075-0000-0000-0500-0100-0000 मक्का-0200-0000-0000-0500-0500-0850 मडुआ-0060-0000-0000-0020-0100-0100 ज्वार-0000-0000-0000-0050-0100-0050 बाजरा-0000-0000-0000-0000-0100-0100 सोयाबीन-0000-0000-0000-0000-0050-0000 जिलेवार खरीफ की खेती का लक्ष्य (हेक्टेयर) फसल-गोड्डा-पाकुड़-साहिबगंज-जामताड़ा-देवघर-दुमका धान-51500-49000-49000-52000-52000-111000 मक्का-13700-15000-10860-15700-17000-20960 अरहर-10500-9000-10000-9000-8000-16500 उरद-6500-5500-4000-4000-4000-7000 मूंग-1200-1000-900-1000-900-1500 कुल्थी-1200-1200-1000-1200-1000-1600 मूंगफली -1000-0300-0300-0200-0400-1600 सोयाबीन-0150-0100-0200-0200-0100-0350 ज्वार-0150-0150-0150-0150-0150-0150 बाजरा-0040-0040-0040-0040-0040-0040 मडुआ-1000-0500-1200-1500-0500-1500

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