रिमांड पर लिये गये आरोपी शाहरुख और नईम, पिता और दादा ने कहा – हत्यारे को फांसी हो
Dumka Murder Case: दुमका की एक बेटी को जला कर मारने के आरोपी शाहरुख हुसैन और नईम उर्फ छोटू खान को नगर थाना पुलिस ने रिमांड पर लिया है. पुलिस ने विशेष न्यायाधीश रमेश चंद्रा के न्यायालय में आवेदन दिया था. न्यायालय ने दलील सुनने के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस को 72 घंटे की रिमांड पर दे दिया है.
Dumka Murder Case: दुमका की एक बेटी को जला कर मारने के आरोपी शाहरुख हुसैन और नईम उर्फ छोटू खान को नगर थाना पुलिस ने रिमांड पर लिया है. पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर घटना को अंजाम देने के सीन को रिक्रिएट करेगी. इसे लेकर पुलिस ने विशेष न्यायाधीश रमेश चंद्रा के न्यायालय में आवेदन दिया था. न्यायालय ने दलील सुनने के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस को 72 घंटे की रिमांड पर दे दिया है. रिमांड पर लेने के बाद संभव है कि दोनों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की जाये. पुलिस पहले मिले सीसीटीवी फुटेज का भी पूरे सीन से मिलान करायेगी.
28 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी भाजपा
भाजपा के गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे की पहल पर पीड़िता के परिवार को 28 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी. यह राशि पीड़िता के पिता को उनके खाते में ट्रांसफर की जायेगी. सांसद डॉ निशिकांत दूबे दिल्ली से सांसद व फिल्म अभिनेता मनोज तिवारी तथा भाजपा नेता कपिल मिश्रा पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान तीनों नेताओं ने पीड़िता के दादा, दादी, उसके पिता संजीव सिंह के अलावा बड़ी बहन व छोटे भाई से बातचीत की. उस कमरे को देखा, जिस कमरे की खिड़की से शाहरूख ने अपने सहयोगी मो नईम के साथ पहुंचकर पेट्रोल फेंका था और आग लगा दी थी.
परिवार का सहारा बनना चाहती थी पीड़िता
पीड़िता के पिता ने बताया कि बेटी पीड़िता को लेकर उनलोगों के बहुत अरमान थे. बेटी पढ़-लिखकर परिवार का सहारा बनना चाहती थी. वह खुद तो पढ़ती ही थी, उनको भी घर चलाने में मदद करती थी. परिजनों ने बताया कि भाजपा के नेता-कार्यकर्ता शुरू से इस घटना में साथ रहे. पिता व दादा ने कहा कि बेटी तड़प-तड़प कर मरी है, लिहाजा उसके हत्यारे को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए.
लोबिन व गीता कोड़ा भी पहुंचीं
दुमका में पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं के आने का सिलसिला जारी रहा. कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा सबेरे-सबेरे पहुंची. इसके बाद झामुमो के बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम पहुंचे. बिहार के तारापुर विधायक राजीव कुमार सिंह भी पीड़िता के दादा-पिता से मुलाकात की. वहीं, भाजपा नेताओं के साथ पूर्व मंत्री डॉ लुइस मरांडी व सत्यानंद झा बाटुल, पिंटू अग्रवाल, विजय कुमार आदि मौजूद थे.
हैवानियत भरी है दुमका की घटना
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि दुमका में हैवानियत भरी घटना हुई है. हैवानियत देश तोड़नेवाली शक्तियों की है. बांग्लादेश के पीएफआइ से लेकर और पाकिस्तान की आइएसआइ संताल परगना में एक्टिव हैं. इन संगठनों ने देश को अलग करने का प्लान बनाया है. आम हिंदू बच्चियां हो या आदिवासी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. किशनगंज, मुर्शिदाबाद, मालदा, कटिहार हो या संताल परगना के पाकुड़, साहिबगंज व दुमका जैसे जिले, जो बांग्लादेश की सीमा से जुड़े हैं, वहां ऐसे कई मामले दिख रहे हैं.
‘लव जेहाद’का है दुमका मामला
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि दुमका का मामला ‘लव जेहाद’का है. पीड़िता को जिंदा जलाने वाले शाहरूख और उसके भाई के बांग्लादेशी आतंकवादियों से कनेक्शन सामने आये हैं. इनके पीएफआई से भी संबंध हैं. एक बेटी को जिंदा जला दिया गया. अब तक सरकार के मुखिया पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे. यह सरकार मुस्लिमों को खुश करने में जुटी हुई है. आज अगर यही दरवाजा अंकिता का न होकर नदीम अंसारी का होता, तो पूरी कैबिनेट यहां होती.
दुमका में मानवता की हुई हत्या
दुमका में सिर्फ पीड़िता की ही हत्या नहीं हुई, बल्कि मानवता की हत्या हुई है. हर पल हो रही है. मुख्यमंत्री की जितनी उदासीनता इस मामले में दिखी है, वह दुखद है. जितने सवाल उठ रहे है, वह स्पष्ट तरीके से सुनियोजित हत्या की तरफ इशारा कर रहे हैं. घटना में तह तक जांच होनी चाहिए. दोषियों को ऐसी सजा होनी चाहिए कि ऐसे अपराध करनेवालों की रूह कांप जाये. शाहरूख के सारे रिलेशन की जांच होनी ही चाहिए. घटना भले ही दुमका के छोटे मुहल्ले में हुई है, पर तार बहुत लंबे हैं.