12 वर्षों में भी सूखजोड़ा की पंचायत भवन पूर्ण नहीं करा सका एनआरइपी विभाग, इस बीच तीन तीन बार हो चुका पंचायत चुनाव, पुराना जर्जर भवन में ही संचालित हो रहा है पंचायत सचिवालय
भवन पंचायत को हैंडओवर नहीं किये जाने के पहले उसकी रंग-रोगन या मरम्मत भी नहीं करायी जा सकती है
रानीश्वर. अलग झारखंड राज्य बनने के बाद राज्य में तीन-तीन बार पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं. पंचायत चुनाव कराने के बाद प्रखंड की सभी पंचायतों के लिए नये पंचायत भवनों का निर्माण कराया गया है. अधिकांश पंचायत भवनों का रंग-रोगन व मरम्मत भी कराया गया है. पर सूखजोड़ा पंचायत भवन निर्माण कार्य 12 वर्षों में भी पूरा नहीं हो सका और न ही एनआरइपी विभाग इसके लिए पहल कर रही है. इसका खामियाजा पंचायत के मुखिया व पंचायतवासियों को ही झेलना पड़ रहा है. पंचायत में 90 के दशक में बनाये गये पुराने जर्जर पंचायत भवन में ही पंचायत सचिवालय संचालित हो रहा है. वर्ष 2012 में एनआरइपी विभाग की ओर से करीब 24 लाख रुपये की लागत से दो मंजिला भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया था. भवन निर्माण कार्य अभी भी अपूर्ण है. हैंडओवर किये जाने के पहले ही जर्जर हो गया है. जानकारी के अनुसार भवन पंचायत को हैंडओवर नहीं किये जाने के पहले उसकी रंग-रोगन या मरम्मत भी नहीं करायी जा सकती है. जानकारी के अनुसार भवन निर्माण कार्य का अभिकर्ता विभाग के ही अभियंता थे. जबकि निर्माण कार्य दूसरे के माध्यम से कराया जा रहा था. भवन निर्माण कार्य की देख रेख करने वाले का कहना है कि विभागीय अभियंता ने उन्हें भुगतान नहीं किया है. जो भी हो भवन हैंड ओवर नहीं होने से परेशानी सभी को झेलना पड़ रहा है. यह स्थिति पाटजोड़ में भी थी, पर वहां समस्या का समाधान कर भवन हैंडओवर कर दिया गया है.
क्या कहते हैं मुखिया
सूखजोड़ा पंचायत भवन हैंडओवर नहीं होने से परेशानी सभी को हो रही है. इस संबंध में जिले के पूर्व उपायुक्त के नाम पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है पर अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है.– अनिल मरांडी,
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