दुमका : पश्चिम बंगाल के वीरभूम के मोहम्मदबाजार थाना क्षेत्र के बथानडांगा गांव के रहनेवाले हाइवा मालिक हासिम अंसारी की पत्थर से सिर कुचलकर हुई हत्या के मामले में संलिप्त बताये जा रहे तीन आरोपितों को मसानजोर ओपी की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हासिम अंसारी की हत्या पैसे के लेनदेन में ही हुई थी और हत्या करनेवाले में उसका व्यवसायिक पार्टनर रहे फारूख अंसारी भी शामिल था. दोनों के बीच नौ लाख रुपये का विवाद चल रहा था. इसी नौ लाख रुपये के भुगतान के नाम पर हासिम को मयूराक्षी नदी के किनारे बुलाया गया था, जहां उसकी हत्या कर दी गयी और पत्थर से सिर कुचल दिया गया ताकि शव की पहचान न हो सके. हालांकि शव की पहचान हो गयी.
हासिम की पत्नी जमीला बीवी द्वारा दर्ज करायी गयी. प्राथमिकी में जमीला ने वृंदावनी के फारूख अंसारी, पिता फिरदून अंसारी, डंगालपाड़ा-माणिकडीह के सरताज अंसारी पिता यासिन मियां व वृंदावनी के बिलाल अहमद रजा पिता फरोज मियां को आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन तीनों को छापेमारी कर धर दबोचा और न्यायालय में पेश करने के उपरांत जेल भेज दिया. इस कांड के उद्भेदन के लिए जो विशेष टीम गठित की गयी थी, उसमें एसडीपीओ सदर नूर मुस्तफा अंसारी, रानीश्वर प्रभाग के सर्किल इंस्पेक्टर उमेश राम, मसानजोर ओपी थाना प्रभारी सुगना मुंडा, कांड के अनुसंधानकर्ता एसआइ निरंजन महतो, टोंगरा थाना प्रभारी राजेश कुमार, एएसआइ अनुरंजन मिंज शामिल थे.
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