दुमका : फूलो झानो मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में मरीजों को जल्द मिलेगी ये सुविधा, पढें पूरी खबर
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की समस्या से राहत दिलाने के लिए विभागीय निर्देश पर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. हालांकि पहले से तीन ऑक्सीजन प्लांट चल रहा है.
दुमका : फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीजों अब ईसीजी कराने के लिए परेशानी का सामना करना नहीं पड़ेगा. अब मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सुपरिटेंडेंट डॉ अनुकरण पूर्ति के निर्देश पर भर्ती मरीजों का ईसीजी बेड पर ही किया जायेगा. इसके लिए प्रबंधन की ओर से पहल करते हुए छह नया ईसीजी मशीन लाया गया है. जो इमरजेंसी के अलावा मेडिसिन, सर्जरी, आईसीयू, कैजुअल्टी वार्ड में उपलब्ध कराया गया है. अब ईसीजी तकनीशियन आवश्यकता अनुसार वार्ड में जाकर मरीजों की जांच कर सकेंगे. पहले ईसीजी मशीन की संख्या कम रहने के कारण यूनिट से वार्ड में ले जाकर मरीजों की जांच की जाती थी. बता दें कि पीजेएमसीएच में पहले से ईसीजी यूनिट चल रहा है. प्रत्येक दिन तीन शिफ्ट में तकनीशियन ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. वर्तमान में आउटसोर्सिंग के तहत तीन ईसीजी तकनीशियन काम कर रहे है.
गुड़गांव में एमडीडी मेडिकल सिस्टम में निर्माण कराया जा रहा है
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की समस्या से राहत दिलाने के लिए विभागीय निर्देश पर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. हालांकि पहले से तीन ऑक्सीजन प्लांट चल रहा है. जानकारी के अनुसार गुड़गांव के एमडीडी मेडिकल सिस्टम द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है. इस प्लांट के लगने से अस्पताल के वार्ड में निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकती है. इसमें लिक्विड ऑक्सीजन को गैस रूप में ऑक्सीजन बनाकर मरीजों को आपूर्ति करायी जायेगी. प्लांट से तैयार ऑक्सीजन ज्यादा दिन तक रखा नही जा सकता था. लेकिन लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगने से ऑक्सीजन काफी दिनों तक रखा जा सकेगा. उक्त प्लांट की क्षमता 10 हजार किलो लीटर की है. अस्पताल के वार्ड में बेड की संख्या और ऑपरेशन थियेटर में ऑक्सीजन खर्च के मुताबिक फुल टैंक 14-15 दिनों तक चलेगा. ऑक्सीजन समाप्त होने पर टैंक को रिफिल किया जायेगा.
क्या कहा है अस्पताल सुपरिटेंडेंट ने
फूलो झानो अस्पताल, दुमका के सुपरिटेंडेंट डॉ अनुकरण पूर्ति ने कहा कि भर्ती मरीजों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए इमरजेंसी समेत 6 वार्ड में ईसीजी मशीन उपलब्ध करा दिया गया है. तकनीशियन को निर्देश दिया गया है कि वे भर्ती मरीजों का ईसीजी बेड पर करें. विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए सिस्टर को भी प्रशिक्षण दिया गया है. लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट बैठने की प्रक्रिया चल रही है. फाउंडेशन का काम हो चुका है. मजबूत हो जाने के बाद ही काम किया जा सकता है. दिसंबर माह के अंत तक काम पूरा हो जायेगा.
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