साहिबगंज-गोविंदपुर मार्ग को ग्रामीणों ने 10 घंटे रखा जाम, 10 किमी तक वाहनों की लगी कतार, जानें मामला
मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग पर ग्रामीण अड़े थे. जाम समर्थक अपनी मांग पर अड़े थे. शाम के साढ़े छह बजे सीओ श्री झा ने आश्वासन दिया. जाम से दोनों तरफ 10 किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी जाम लग गयी थी. बीते शुक्रवार को तीन युवकों की गाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई.
दुमका : साहिबगंज-गोविंदपुर मुख्य मार्ग पर बीते शुक्रवार शाम पिकअप की चपेट में आकर तीन युवकों की हुई मौत से आक्रोशित लोगों ने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. 25 लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं व परिजनों ने रविवार सुबह नौ बजे से मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया था. गुम्मा मोड़ स्थित जियापानी ढलान के पास लगे. जाम से दोनों तरफ 10 किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी जाम लग गयी थी. जानकारी के मुताबिक दुर्घटना में मृत सभी युवक अमड़ापाड़ा प्लस टू हाइ स्कूल के छात्र थे. जाम कर रहे विद्यार्थी व समर्थक आश्रितों को मुआवजा देने, दिवंगत युवकों की स्मृति में हर वर्ष मैराथन दौड़ कराने, सभी मृतक युवक के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग पर डटे थे. जाम की सूचना मिलने पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा, पाकुड़ डीएसपी बीएन प्रसाद, गोपीकांदर बीडीओ सह सीओ जाम समर्थकों से बात करने पहुंचे थे. मौके पर काठीकुंड इंस्पेक्टर सुशील कुमार, एसआइ अमन राज, अमड़ापाड़ा थाना प्रभारी, गोपीकांदर एएसआइ राजन सिंह, भरत भूषण सिंह समेत मौजूद थे.
सीओ के आश्वासन के बाद माने परिजन : एसडीपीओ व गोपीकांदर सीओ ने जाम समर्थकों से बातचीत कर जाम को हटवाने का प्रयास किया. जाम समर्थक अपनी मांग पर अड़े थे. शाम के साढ़े छह बजे सीओ श्री झा ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को लेकर गंभीरता पूर्वक विचार किया जायेगा. छात्र के स्कूल में आकर और भी बिंदुओं पर बात की जायेगी. सीओ के आश्वासन के बाद परिजनों ने साहिबगंज– गोविंदपुर मुख्य रोड में जाम को समाप्त किया.