रामगढ़ : झारखंड राज्य फसल राहत योजना को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित एटीक भवन सभागार में बुधवार को कृषक मित्रों एवं को-ऑपरेटिव लैम्प्स के सहायक प्रबंधकों की बैठक हुई. बैठक में झारखंड राज्य फसल राहत योजना का लाभ संबंधित किसानों को समय पर दिलाने के लिए पंजीकरण कराने से संबंधित जानकारी दी गयी. प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी आशीष रंजन ने कहा कि प्रखंड की विभिन्न ग्राम पंचायतों में संचालित प्रज्ञा केंद्रों के माध्यम से किसानों के आवेदन का पंजीकरण कराना है. कहा कि यह योजना मुख्य रूप से किसी भी प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल को होने वाली क्षति की स्थिति में कृषकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा लाई गयी है.
झारखंड राज्य फसल राहत योजना केवल फसल बीमा योजना न होकर फसल क्षति होने पर किसानों को प्रदान की जानेवाली एक क्षतिपूर्ति योजना है. यह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में सुरक्षा कवच प्रदान करने तथा एक निश्चित आर्थिक सहायता प्रदान करने का सरकार का संकल्प है. इस योजना का लाभ भू-स्वामी तथा भूमिहीन किसान दोनों को मिलेगा. किसानों को इस योजना के तहत किसी भी प्रकार के फसल बीमा प्रीमियम भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी तथा उन्हें सीधे तौर पर सरकार द्वारा फसल क्षति की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी उपस्थित कृषक मित्रों तथा विभिन्न पंचायतों से आए हुए लैम्प्स शाखा प्रबंधकों को अपने अपने संबंधित ग्राम पंचायत के किसानों को प्रेरित कर अधिक से अधिक किसानों का पंजीकरण तथा आवेदन प्रज्ञा केंद्रों के माध्यम से कराने का निर्देश दिया गया. वहीं, प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी संजय कुमार भगत तथा प्रखंड तकनीकी प्रबंधक अवधेश कुमार ने भी संबोधित किया. मौके पर विभिन्न को-ऑपरेटिव लैम्प्स के सहायक प्रबंधक तथा कृषक मित्र मौजूद थे.