बासुकीनाथ. राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2024 के 23 वें दिन मंगलवार को बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. शिव के सावन में भक्ति का अद्भुत संगम चहुं ओर दिख रहा है. मंगलवार को पूर्वाह्न 1:58 बजे बाबा बासुकिनाथ के गर्भगृह का पट खोला गया. भोर से ही कांवरियों की भीड़ लगी रही. सरकारी पूजा के बाद गर्भगृह का पट कांवरियों के जलार्पण के लिए खोल दिया गया. दो बजे से बाबा फौजदारीनाथ पर देवतुल्य श्रद्धालुओं ने जलार्पण करना शुरु किया. अधिकारियों की देखरेख में बाबा पर देवतुल्य श्रद्धालु सुगमता पूर्वक लगातार जलार्पण कर रहे हैं. शिवगंगा घाट व मेला परिसर कांवरियों से पटा हुआ है. मंदिर प्रबंधन के अनुसार पांच बजे तक 1,54,382 कांवरियों ने जलार्पण किया. कतारबद्ध होकर महिला पुरुष कांवरियों ने भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की. विश्राम पूजन के बाद मंदिर के कपाट पुनः खोले गए और कांवरियों ने फिर से मंदिर में जलार्पण करना शुरू किया, जो रात्रिकालीन शृंगार पूजा तक लगातार जारी रहा. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कराकर जलार्पण कराया. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. धूप छांव के बीच शिवभक्त कांवरिया मंदिर परिसर में भगवान भोलेनाथ की भक्ति में पसीने से तर बतर होकर नाच गा रहे थे. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गुंजायमान रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 7,493 कांवरियों ने जलार्पण काउंटर पर भी जल डाला. जलार्पण काउंटर में कांवरिया द्वारा डाले गए जल सीधे बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर पाइप द्वारा गिरता है. इस व्यवस्था को श्रद्धालु इंटरनेट जलार्पण कहते हैं. काउंटर पर आठ एलईडी टीवी लगाया गया है. इसमें भोलेनाथ के गर्भगृह में जलार्पण का लाइव दर्शन होता है. काउंटर पर वैसे कांवरिया जलार्पण करते हैं जो कांवरिया शेड में कतारबद्ध नहीं होना चाहते. शिव मंदिर न्यास समिति को 10,41,976 रुपये मिले शिव मंदिर न्यास पर्षद को मंदिर प्रांगण स्थित विभिन्न श्रोतों से 10,41,976 रुपये प्राप्त हुए. मंदिर प्रांगण स्थित विभिन्न दानपेटी से 55,630 मंदिर गर्भगृह गोलक से 63,280 तथा अन्य श्रोतों से 6266 रुपये प्राप्त हुए. मंदिर दानपेटी व गोलक से निकले राशि की गिनती मंदिर प्रशासनिक भवन में सीसीटीवी के निगरानी में अधिकारी के समक्ष की गयी. कांवरिया प्रसाद स्वरूप सोने एवं चांदी के सिक्के की खरीददारी मंदिर कार्यालय से खरीद कर प्रसाद स्वरूप साथ ले जाते हैं. मंदिर में चढ़ावे में प्राप्त सोने एवं चांदी से सिक्के को बनाया जाता है. 3056 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत मंगलवार को 3056 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ की सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत मंदिर न्यास समिति को 9 लाख 16 हजार 800 रुपये की आमदनी हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. कोलकाता कांवर मंडली ने किया जलार्पण बासुकिनाथ. श्रावणी मेला में कोलकाता बासुकिनाथ कांवरिया मंडली बांगुर एवेन्यू कोलकाता के मंडली ने जलार्पण किया. इसके बाद मंदिर प्रांगण में एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर गले मिले. कांवरिया मंडली के सदस्यों ने बताया कि पिछले नौ वर्षों से मंडली के सदस्य उत्तरवाहिणी गंगाजी सुल्तानगंज से जल लाकर बाबा भोलेनाथ का जलार्पण करते रहे हैं. मंडली के सदस्यों ने बताया कि सावन में बाबा पर जलार्पण के बाद मन को असीम शांति मिलती है. कहा सच्चे मन से जो भी भक्त आते हैं फौजदारी दरबार उनके बनते हैं सभी बिगड़े काम.
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