बासुकिनाथ में वाराणसी और हरिद्वार के तर्ज पर शिवगंगा में हुई भव्य महाआरती
दीये की ज्योत सभी नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश कर जीवन को उजाले से भर देती हैं
बासुकिनाथ. सावन पूर्णिमा के पावन अवसर पर सोमवार की संध्या वाराणसी और हरिद्वार के तर्ज पर भव्य महाआरती का आयोजन बासुकिनाथ स्थित शिवगंगा घाट पर भव्य गंगा महाआरती का आयोजन हुआ. उपायुक्त ए दोड्डे अपने धर्मपत्नी के साथ विधिवत महाआरती पूजा की. बनारस से पहुंचे पंडितों की टीम के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शिवगंगा महाआरती हुई. पंडित राजू झा ने विधिवत सकंल्प कराया. उन्होंने बताया कि दीये की ज्योत हमारे मन में मौजूद सभी नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश कर जीवन को उजाले से भर देती हैं. इसलिए दीये को प्रज्वलित कर गंगा महाआरती का आयोजन होता है. गंगा आरती के उपलक्ष्य पर 11 पंडितों द्वारा वेद मंत्रों का पाठ कर गणेशजी का पूजन किया गया. गणेश पूजन उपरांत वरुण कलश स्थापित कर गंगा पूजन बाबा फौजदारीनाथ सहित विभिन्न देवी देवताओं की पूजा-अर्चना की गई. इस क्रम में महाआरती के दौरान शिव तांडव, शिव महिम्न स्त्रोत, बाबा बासुकिनाथ की आरती, दुर्गाजी, भगवती गंगाजी की आरती गाकर कर्पूर की दीपशिखाओं से प्रज्ज्वलित पवित्र अग्नि से आरती की गई. डमरू व शंख की मधूर ध्वनि से पूरा शिवगंगा क्षेत्र गुंजायमान हुआ. वैदिक मंत्रोच्चार और माता गंगा के भजन के साथ संपन्न किया गया. महाआरती के समापन पर आमजनों में प्रसाद का भी वितरण किया गया.
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