गणेश चतुर्थी पर 35 हजार श्रद्धालुओं ने किया बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण

मंदिर का पट खुलने के बाद पुजारी ने गर्भगृह में भगवान भोलेनाथ की सरकारी पूजा की

By Prabhat Khabar News Desk | September 7, 2024 8:03 PM

बासुकिनाथ. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि शनिवार को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में भक्तों की भीड़ लगी रही. मंदिर प्रबंधन के अनुसार गणेश चतुर्थी पर 35 हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया. पुजारी ने बाबा फौजदारीनाथ की षोड्शोपचार विधि से पूजा अर्चना की. पंडितों ने दूध व गंगाजल से भोलेनाथ का वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच अभिषेक किया. मंदिर का पट खुलने के बाद पुजारी ने गर्भगृह में भगवान भोलेनाथ की सरकारी पूजा की. पुजारी के द्वारा फुलेल, ईत्र, घाम चंदन, दूध, दही, घी, शक्कर, फल-फूल, मधु, धोती, साड़ी, जनेऊ आदि शिवलिंग पर अर्पित किया गया. सुबह चार बजे से श्रद्धालु कतारबद्ध व सुरक्षित व्यवस्था के तहत भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना प्रारंभ किया. मंदिर गर्भगृह में पुरोहित पूजा के बाद कांवरिया श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट को खोल दिया. शाम पांच बजे भोलेनाथ की विश्राम पूजा के लिए कांवरियों का जलार्पण और पूजा रोक दी गई. इस बीच भगवान भोलेनाथ की षोडशोपचार पूजन के बाद विश्राम हेतु बाबा मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. विश्राम पूजन के बाद मंदिर के कपाट पुनः खोले गए और श्रद्धालुओं ने फिर से मंदिर में जलार्पण करना शुरू किया, जो रात्रिकालीन श्रृंगार पूजा तक लगातार जारी रहा. कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया. पंडित सुधाकर झा ने बताया भगवान शिव को विधिपूर्वक पूजन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. मंदिर प्रांगण में भगवान गणेश की विधिवत पूजा अर्चना की गयी. मान्यता है कि भाद्रपद की चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. गणेश जी को विध्नहर्ता कहा गया है. इनकी पूजा से सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version