कहलगांव के 5000 कांवरियों का जत्था आकर्षक कांवर के साथ आज पहुंचेगा बासुकिनाथ
इस कांवर यात्रा में कहलगांव सहित आसपास के दर्जनों गांवों से शामिल होते है कांवरिया
61 व 41 फ़ीट का दो कांवर बना आकर्षण का केंद्र पड़ाव संघ का कांवर यात्रा का 112 वां वर्ष इस कांवर यात्रा में कहलगांव सहित आसपास के दर्जनों गांवों से शामिल होते है कांवरिया प्रतिनिधि, हंसडीहा हंसडीहा के रास्ते बाबा बासुकिनाथ के दरबार के लिए शनिवार को पांच हजार कांवरियों का जत्था गुजरा. कहलगांव पड़ाव संघ के कावरिया उत्तरवाहिनी गंगा घाट कहलगांव से बुधवार को जल लेकर बासुकिनाथ जलार्पण के लिए निकले. संघ के मीडिया प्रभारी गौतम चौधरी ने जानकारी दी कि पड़ाव संघ 112 वीं कांवर यात्रा है, जिसके अध्यक्ष संतोष चौधरी, कोषाध्यक्ष पवन चौधरी, सचिव मुकेश गुप्ता है. सभी कहलगांव सहित आसपास के दर्जनों गांव यथा शिवनारायणपुर, पीरपैंती, सन्हौला, एकचारी के हैं. इस वर्ष जत्थे में लगभग पांच हजार कांवरिया शामिल हैं. इस वर्ष संघ की 112वीं कांवर यात्रा में 61 व 41 फ़ीट के दो कांवर आकर्षण का केंद्र है. बताया कि संघ की ओर से निश्चित किया गया है कि प्रत्येक वर्ष में आने वाले सावन मास में चार सोमवारी पड़ने पर दूसरी सोमवारी को या फिर मास में पांच सोमवारी पड़ने पर तीसरी सोमवारी को बाबा बासुकिनाथ में जलार्पण किया जाएगा. रास्ते में किसी भी कांवरियों को कोई कठिनाई न हो, इसके लिए विभिन्न संगठनों से जुड़े चालीस से अधिक सेवकों का सेवादल साथ चल रहें है. कांवर यात्रा में कांवरियों की थकान को कम करने के लिए पूरे रास्ते भक्ति जागरण के अलावा दर्जनों डीजे की व्यवस्था है. चलंत शौचालय, भोजन की व्यवस्था, प्रसाद इत्यादि के साथ कांवर यात्रा के आगे आगे भगवान शिव पार्वती, राधा कृष्ण, हनुमान, गणेश की झांकी भी है. हर पड़ाव पर प्रत्येक संध्या बनारस के पंडितों द्वारा संध्या आरती की व्यवस्था रहती है. शनिवार को इस पड़ाव संघ का रात्रि विश्राम की व्यवस्था दुमका द्वारा लगाये गए श्री बोल बम सेवा शिविर में की गई है. जहां भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ. शिविर के अध्यक्ष दिलीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर 1983 से लगातार कावरियों के साथ साथ प्रत्येक रविवार रात डाकबमो की निः शुल्क सेवा की जाती रही है. शिविर में ठहरने के उत्तम प्रबंध के साथ भोजन, पीने का पानी, स्नान, शौचालय का अच्छी व्यवस्था की गई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है