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आंगनबाड़ी बंद मिलने पर सेविका-सहायिका व पर्यवेक्षिका को शोकॉज

डीडीसी ने यूपीएस सीताकोहबर की प्रधानाध्यापिका का वेतन रोका, चार पंचायत सचिव और चार रोजगार सेवकों से भी कारण पृच्छा के आदेश

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2024 9:19 PM

जामा. प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में चल रहे विकास योजनाओं का शनिवार को डीडीसी अभिजीत सिन्हा ने भौतिक निरीक्षण किया. बेदिया पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र सीताकोहबर का निरीक्षण करने पहुंचे, ताे केंद्र बंद पाया गया. सेविका-सहायिका अनुपस्थित पाई गयी. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि उक्त आंगनबाड़ी केंद्र कई दिनों से बंद है तथा बच्चों एवं माताओं को किसी भी प्रकार की सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है. इस पर श्री सिन्हा ने जामा बीडीओ को अविलंब सेविका, सहायिका एवं महिला पर्यवेक्षिका से उनकी सेवा समाप्त क्यों न की जाये, इस आशय का स्पष्टीकरण निर्गत करने का निर्देश दिया. डीडीसी द्वारा उत्कमित प्राथमिक विद्यालय, सीताकोहबर का निरीक्षण किया गया एवं इस कम में पाया गया कि विद्यालय में एक शिक्षक अनुपस्थित है, वर्ग कक्ष में पंखा एवं बल्ब नहीं है तथा मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता संतोषप्रद नहीं है. छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा शिकायत की गयी कि कम मात्रा में भोजन छात्रों को दिया जाता है. रसोईया द्वारा भोजन बनाने में अनियमितता बरती जाती है. इस पर प्रधानाध्यापिका का वेतन विद्यालय की व्यवस्था व भोजन की गुणवत्ता आदि में सुधार होने तक रोकने का निर्देश दिया गया. वहीं रसोईया कि विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई करने एवं संबंधित सीआरपी को स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया. भैरवपुर में बिरसा हरित ग्राम योजना को निरीक्षण के समय गड्ढा खोदा हुआ पाया गया, जिसमें उन्होंने निर्धारित समय के अंदर खाद डालने तथा पौधरोपण करने का निर्देश दिया. बीडीओ को निर्देश दिया गया कि आम उत्पादक किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए थोक विक्रेता के साथ जोड़े जिससे कि किसान सुलभता से व उचित दाम पर अपने फलों को बेच पाये. बाद में प्रखंड सह अंचल कार्यालय जामा के सभागार में अबुआ आवास योजना, मनरेगा योजना, 15वीं वित आयोग योजना, पंचायत राज विभाग से संचालित योजनाओं आदि की समीक्षा की गयी. इस क्रम में पंचायत सिकटिया, भुटोकोरिया, नाचनगड़िया, पलासी के पंचायत सचिव को अबुआ आवास योजना में धीमी प्रगति के कारण स्पष्टीकरण निर्गत करने का निर्देश दिया गया. इसी प्रकार पंचायत आसनजोर, सरसाबाद, बेदिया तथा भटनियां के रोजगार सेवक को नरेगा में धीमी प्रगति के कारण स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया.

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