दुमका. जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ राजकिशोर हांसदा ने कहा है कि धर्मांतरित जनजाति को अनुसूचित जनजाति का आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि जो धर्मांतरित जनजाति आरक्षण ले रहे हैं वह बंद हो. अगर जनजाति धर्म संस्कृति समानता एवं रुड़ी प्रथा को जीवित रखना है तो उनके सर्व धर्म को जीवित रखना होगा. सरकारी नौकरियां पहले से ही कम है. यदि समय रहते धर्मांतरित लोगों को प्रदर्शित नहीं किया गया तो जनजाति समुदाय को नौकरियों का अवसर कभी नहीं मिल पायेगा. इसीलिए हम सभी को जनजाति वर्ग के हित में इस लड़ाई में संयुक्त रूप से साथ आना होगा. कहा कि आज हम जितना है आने वाले दिन में और कम हो जायेंगे. इसलिए जनजाति समाज को एकजुट रहकर अपना अधिकार मिलना चाहिए अन्यथा हम मिट जाएंगे. इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रांत सह संयोजक माइकल मुर्मू, प्रांत संगठन मंत्री कैलाश उरांव, मीडिया प्रभारी संतोष कुमार मंडल आदि मौजूद थे.
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