रामगढ. प्रखंड की कोआम पंचायत के बाबू पाटोजोरिया गांव में दो पक्षों के बीच चल रहे भूमि विवाद को समाप्त करने के लिए मंगलवार को बुलायी गयी मांझी परगना बैसी की बैठक देर शाम को बेनतीजा समाप्त हो गयी. मांझी परगना बैसी की बैठक दिसोम मांझी थान आर जाहेर थान, संताल परगना नामक संस्था ने मांझी परगना सरकार के तहत बुलाई थी. आयोजक संस्था द्वारा जारी पत्र के अनुसार मांझी परगना बैसी की बैठक बाबू पाटोजोरिया निवासी मेरी हेंब्रम पिता दिनेश टुडू के आवेदन पर बाबू पाटोजोरिया के ही निवासी चुडका हेंब्रम पिता छोटो हेंब्रम तथा बाबूराम हेंब्रम एवं रमेश हेंब्रम पिता गोरा हेंब्रम के विरुद्ध बुलाई गयी थी. सुरक्षा के विचार से चुडका हेंब्रम, बाबूराम हेंब्रम तथा रमेश हेंब्रम ने अपने परिजनों के साथ पहले ही गांव छोड़ दिया था. उन लोगों के बैठक में शामिल न होने पर नाराजगी जताते हुए आयोजक संस्था के प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें बैसी की बैठक में उपस्थित करना ग्राम प्रधान की जिम्मेवारी है. दूसरे पक्ष की अनुपस्थिति के बावजूद बैसी की कार्रवाई घंटों तक चलती रही. अंधेरा हो जाने के कारण बैठक बगैर किसी नतीजे के समाप्त हो गयी. मांझी परगना बैसी की बैठक को देखते हुए काठीकुंड प्रभाग के सर्किल इंस्पेक्टर एनके प्रसाद तथा रामगढ़ के थाना प्रभारी शशिकांत साहू पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के साथ मौजूद थे.वहीं दंडाधिकारी के रूप में सीआई सागेन मुर्मू के नेतृत्व में राजस्व उप निरीक्षक विनोद हेम्ब्रम, परमेश कुमार बैद तथा पंचायत सचिव शैलेंद्र मुर्मू भी तैनात थे. बैसी की बैठक शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है. दूसरी तरफ ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बैठक बुधवार को भी जारी रहने की बात आयोजकों ने कही है.
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