रानीश्वर. कुमिरदहा गांव में महामाया लाइब्रेरी का नया भवन निर्माण कार्य अधर में लटका है. बांग्ला पंचांग के वर्ष 1356 में ग्रामीणों के पहल पर लाइब्रेरी भवन निर्माण कराया गया था. जर्जर स्थिति में भवन दस साल पहले धरासायी हो गया है. उसके बाद विभिन्न स्तर से लाइब्रेरी के लिए नया भवन पहल किया गया था. ग्रामीणों के पहल पर विशेष प्रमंडल के जेई व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी भी कुमिरदहा का दौरा कर स्थिति से अवगत हुए थे. पदाधिकारियों के साथ कुमिरदहा पंचायत के मुखिया खुदीराम मोहली भी थे. उस समय नये भवन निर्माण हेतु पहल शुरू किया गया था. पर आगे की कार्रवाई नहीं हो सकी है. लाइब्रेरी के किताबें व अन्य सामान कुमिरदहा स्कूल में रखा गया है. लाइब्रेरी में एक समय किताबों के अलावा बांग्ला जातरा का पोशाक भाड़े पर दिया जाता था. लाइब्रेरी की रौनक ही अलग थी. क्या कहते हैं मुखिया
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