दुमका को 60 की जगह 30 मेगावाट मिल रही बिजली, लोड शेडिंग की वजह से उमसभरी गर्मी में लोग परेशान
दुमका का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस भेल ही था, पर लोगों को यह 52 डिग्री सेल्सियस जैसा अनुभव करा रहा था. बार-बार बिजली कटने से एसी-पंखे भी बेकार साबित हो रहे थे.
दुमका : उपराजधानी दुमका में बुधवार को बिजली की आपूर्ति कट-कट कर होती रही. दिन भर में कई एक बार बिजली गयी और आई. इस दौरान पावर ट्रिप की भी समस्या रही. मिली जानकारी के मुताबिक दुमका जिले में साठ मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती है, पर बुधवार को तीस मेगावाट बिजली भी नहीं मिल पा रही थी. लोड बढ़ने की वजह से बिजली की आपूर्ति कम हो रही थी. ऐसे में तमाम पावर सब स्टेशन को भी आधे से कम बिजली की आपूर्ति पावर ग्रिड से होती रही. मसलन दुमका शहरी क्षेत्र में सोलह मेगावाट की जगह सात से आठ मेगावाट बिजली मिल रही थी.
ऐसे में अलग-अलग फीडर में लोड शेडिंग करके बिजली देनी पड़ी. दुमका का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस भेल ही था, पर लोगों को यह 52 डिग्री सेल्सियस जैसा अनुभव करा रहा था. बार-बार बिजली कटने से एसी-पंखे भी बेकार साबित हो रहे थे. कार्यपालक अभियंता अमिताभ बच्चन सोरेन ने बताया कि साठ की जगह तीस मेगावाट बिजली ही मिल रही है, इसलिए बुधवार को ऐसी परेशानी पैदा हुई है. गर्मी की वजह से लाेड भी काफी अधिक हो गया है. उम्मीद है कल बिजली आपूर्ति में सुधार हो जायेगा.
बिना आंधी-तूफान के दिनभर रही बिजली गुल
बुधवार को मौसम साफ रहने के बावजूद दिनभर बिजली गुल रही. जानकारी के अनुसार पावर की कमी के कारण उपर से ही बिजली सप्लाई बंद है. उधर उमसभरी गर्मी से भी लोग परेशान हैं. लोगों का कहना है कि जब तेज आंधी या भारी बारिश होती है उस समय बिजली गुल होना तो आम बात है. पर बिना आंधी-पानी से ही बिजली कट जाने से परेशानी बढ़ गयी है. समाचार भेजे जाने तक बिजली बहाल नहीं हुई है.
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