Dumka Murder Case: दुमका हत्याकांड मामले में झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक संप्रदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ डेमोग्राफिक ही नहीं बदलना चाहते बल्कि ज़मीन का भी जिहाद कर रहे हैं. बंग्लादेशी जिहादियों ने अब तक 10 हजार एकड़ ज़मीन हड़प ली है. उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि एसआईटी गठन कर इसपर फास्ट्रैक मामला चलाया जाए. दुमका की घटना से सारा मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है. राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ एक हजार से ज़्यादा मामले हुए हैं.
दुमका की घटना से सारा मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है। राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं। यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक संप्रदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास pic.twitter.com/FWv3hHIn0J
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 29, 2022
बाबुलाल मरांडी ने भी लगाया है आरोप
भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है. उन्होंने खबरों का हवाला देते हुए ट्वीट करते हुए कहा है कि दुमका में अंकिता को जलाये जाने के मामले में वहां के डीएसपी नूर मुस्तफा ने शुरू से ही अभियुक्त शाहरुख हुसैन को बचाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा है कि डीएसपी ने दर्ज एफ़आइआर में नाबालिग की जगह बालिग़ लिखवा दिये जाने की बात आ रही है. अपने ट्वीट में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal marandi) ने कहा है कि डीएसपी के खिलाफ दुमका समेत पूरे राज्य के लोगों में भारी आक्रोश है. उनके वहां रहते लोगों को न्याय की उम्मीद नहीं है. ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, इससे पहले कि मामला और बिगड़े, इस षड्यंत्रकारी डीएसपी नूर मुस्तफ़ा पर एफ़आइआर दर्ज करा कर उसे जेल भिजवाइये.
23 अगस्त को घटी थी घटना
एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद शाहरूख हुसैन नामक युवक ने 23 अगस्त, 2022 को पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया था. बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के क्रम में रविवार को अंकिता की मौत हो गयी.