रोजगार की तलाश में मिजोरम गये दुमका के पांच मजदूरों की मौत

आइजोल के पास क्रशर में काम करते थे सभी मजदूर, भू-स्खलन से गयी जान, मरनेवालों में तीन रामगढ़ व दो जामा के थे रहनेवाले

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 11:52 PM

रामगढ़. रेमल तूफान के कारण पूर्वोत्तर भारत में हुए भूस्खलन दुमका के भी पांच मजदूर की मौत हो गयी है. 28 मई की सुबह छह बजे हुए भूस्खलन मैं दब कर दर्जनों मजदूरों की जान चली गयी थी. इसमें से दुमका के पांच मजदूरों की पहचान अब तक हो चुकी है. तीन रामगढ़ प्रखंड तथा दो जामा प्रखंड के निवासी थे. संजय राय रामगढ़ के धर्मपुर निवासी बालेश्वर राय का पुत्र है. दूसरे की पहचान सेजा पहाड़ी निवासी स्वर्गीय बंगाली चौधरी के पुत्र भुवनेश्वर चौधरी के रूप में हुई है. तीसरा सेजा पहाड़ी निवासी देवनारायण कुंवर उर्फ देवकी कुंवर का पुत्र गौतम कुंवर था. दो की पहचान जामा प्रखंड के पहरीडीह निवासी दिलीप मांझी तथा लगला निवासी बिट्टू मांझी के रूप में हुई है. सभी मिजोरम की राजधानी आइजोल के आसपास स्थित स्टोन क्रशर में काम करते थे. सेजापहाड़ी निवासी भुवनेश्वर चौधरी व गौतम कुंवर पिछले कई वर्षों से आइजोल कीप स्टोन क्रशर में काम कर रहा था. मार्च में दोनों गांव आये थे. भुवनेश्वर चौधरी तथा गौतम कुंअर विवाहित हैं, जबकि संजय राय अविवाहित है. गौतम कुंवर के पिता देवनारायण कुंवर के अनुसार, क्रशर मालिक ने शव को आइजोल में ही दफना दिया है, उन लोगों को फोन पर बताया कि रास्ता बंद होने के कारण शव को भेजना संभव नहीं है. वहीं संजय राय तथा भुवनेश्वर चौधरी के शव को उनके क्रशर मालिक ने भेज दिया है. मौत की खबर सुनकर तीनों मजदूरों के घरों में मातम पसर गया है. परिजनों ने कुश का पुतला बनाकर दाह-संस्कार कर दिया है.

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