गोपीकांदर. थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव में सोमवार को बाराती गाड़ी को रोककर बंधक बनाये जाने पर चिलचिलाती धूप की वजह से संतोष राय की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. मंगलवार शाम को उसके पांच वर्षीय पुत्र योगेंद्र राय ने पिता को मुखाग्नि दी. संतोष अपने पीछे मां फुलमुनी देवी, पत्नी रिंकी देवी, 9 वर्षीय बेटी ज्योति कुमारी और पांच वर्षीय योगेंद्र राय को छोड़ गया है. संतोष के पिता की मौत पहले ही हो चुकी है. बेटे की मौत की सदमा इतना की संतोष की मां बार-बार बेहोश हो जा रही है. संतोष अपने घर का एकलौता पुत्र था. अब उसके घर में कमाऊ व्यक्ति कोई नहीं है. पत्नी रिंकी ने बताया कि बुधवार को थाना में आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत की जायेगी. उन्होंने बताया कि बाराती गाड़ी को रोककर 10 हजार की रंगदारी की मांग की गई थी. बरातियों को चिलचिलाती धूप में बंधक बनाकर रखा गया, जिसके कारण पति संतोष की मौत हुई है. संतोष के मौत के बाद अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो पाई है. थाना प्रभारी रंजीत मंडल ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं की गयी है. पुलिस अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रही है. शिकायत के बाद ही कोई ठोस कदम उठाया जा सकता है. फिलहाल संतोष राय की मौत लू लगने से होने जैसे प्रतीत होता है. संतोष के शव को मंगलवार को पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है. ज्ञात हो कि बीते रविवार को काठीकुंड थाना क्षेत्र के झिकरा गांव से करीब 150 की संख्या में बाराती महेशपुर थाना क्षेत्र के बड़कियारी गांव गई हुई थी. कल्यापुर गांव के पास बारातियों ने बाजा बजाया और निकल गये. यही बात कल्याणपुर गांव के कुछ युवकों को नागवार गुजरा. सोमवार को जब बारात वापस लौट रही थी तभी ग्यारह की संख्या में युवकों ने बारात गाड़ी को रोककर सभी को उतार दिया और 10 हजार रुपये मांगने लगे. नहीं देने के एवज में युवकों ने बारात का बाजा और बाकी कीमती सामान को जब्त कर लिया और खाली हाथ बारातियों को भेज दिया. इस बीच चिलचिलाती धूप में बैठे संतोष की मौत हो गयी थी. सूत्रों की माने तो पुलिसिया पूछताछ से पहले की बंधक बनाने वाले कुछ युवक गांव से फरार हो गये हैं.
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