प्रतिनिधि, रामगढ़ प्रखंड की छोटी रणबहियार पंचायत के लौढ़िया में सेविका के रिक्त पद पर चयन के लिए शनिवार को ग्राम सभा हुई. इसमें सीडीपीओ प्रदीप कुमार महतो, पर्यवेक्षिका मीना कुमारी व निशा कुमारी, एएनएम शकुंतला कुमारी, ग्राम प्रधान सूरज मुनि हांसदा, पंचायत समिति सदस्य पनवा देवी तथा मुखिया मोनिका हेंब्रम शामिल थे. प्रभारी सीडीपीओ ने चयन में वरीयता देने का आदेश दिया. साथ अभ्यर्थी उपस्थित हुए. रोशनी मुर्मू, प्रिय शीला मुर्मू, रीता किस्कू तथा लखी बायरा की योग्यता स्नातक थी. वहीं रीना सोरेन की इंटर पास थी. पिछड़ी जाति बहुल बताते हुए ग्रामीणों ने विभाग द्वारा कराये गसे सर्वे पर भी सवाल उठाया. विभागीय सर्वे के अनुसार लौढिया को अनुसूचित जनजाति बहुल बताया गया था. सेविका मेरी मुर्मू की गत अगस्त में मृत्यु हो गयी थी. इसके बाद से यहां पद रिक्त था. स्नातकोत्तर योग्यताधारी अभ्यर्थी के रहने के बावजूद सेविका चयन के लिए विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का हवाला देते हुए दिवंगत सेविका मेरी मुर्मू की पुत्रवधू रोशनी मुर्मू का चयन किया गया. कई ग्रामीणों ने चयन से असहमति जताते हुए उपायुक्त से शिकायत करने की बात कही. दूसरी तरफ कांजो पंचायत के मधुबन में मिनी आंगनबाड़ी केंद्र को अपग्रेड कर आंगनबाड़ी केंद्र में बदला गया है. इस कारण वहां आंगनबाड़ी सहायिका का पद सृजित किया गया था. पिछड़ी जाति बहुल मधुबन में सर्वसम्मति से रेणु कुमारी का चयन किया गया. यहां चयन के लिए आठ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. रेणु कुमारी की शैक्षणिक योग्यता इंटर उत्तीर्ण थी. जबकि शेष सभी अभ्यर्थी मैट्रिक उत्तीर्ण थी.
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