झारखंड : दुमका सेंट्रल जेल में हजारीबाग के कैदी ने खुद से रेता गला, फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती

दुमका सेंट्रल जेल में हजारीबाग से आये एक कैदी ने आत्महत्या करने की कोशिश की. उम्रकैद की सजा काट रहे मो अहमद अली ने टीन की पत्ती से गला और हाथ का नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की. लेकिन, तत्काल उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां घायल का इलाज चल रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2023 7:43 PM

Jharkhand News: दुमका सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी ने रविवार 16 जुलाई, 2023 को टीन की पत्ती से गला और हाथ का नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की. सुरक्षाकर्मियों की नजर पड़ी, तो आनन-फानन में उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां घायल का इलाज चल रहा है.

दुमका सेंट्रल जेल में काट रहा है आजीवन कारावास की सजा

जानकारी के मुताबिक, दुमका केंद्रीय कारा दुमका में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हजारीबाग के 33 साल के मो अहमद अली ने नस काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की. मो अहमद अली हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. एक साल पहले उसे हजारीबाग से दुमका सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था.

कैदी हमेशा हजारीबाग भेज देने की कहता था बात

इधर, दुमका सेंट्रल जेल सुपरिटेंडेंट सत्येंद्र चौधरी ने कहा कि हजारीबाग से दुमका जेल में शिफ्ट होने पर वह हमेशा असंतोष जताता था. वापस हजारीबाग भेज देने की बात कहता रहता था. वह किसी ऐसी चीज से नस काटने की कोशिश की, जो धारदार नहीं था. इससे सिर्फ ऊपरी चमड़ी कटी है. प्राथमिक उपचार के बाद पीजेएमसीएच में भर्ती कराया गया है. घायल की हालत खतरे से बाहर है. अस्पताल से लौटने के बाद घायल से पूछताछ की जायेगी. घटना में इस्तेमाल किया गया सामान उसने कहां से लाया, यह भी पता लगाया जायेगा.

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सप्ताह भर में दो बार हुई छापेमारी, कैसे नहीं दिखा आपत्तिजनक सामान

दुमका जेल में एक सप्ताह के अंदर दो बार छापेमारी हुई. नौ और 15 जुलाई, 2023 को बड़ी संख्या में पदाधिकारी, दंडाधिकारी, पुलिस के जवान छापेमारी में थे. टीम ने जेल के अंदर काफी वक्त भी लिया, लेकिन उसे ऐसे कुछ भी आपत्तिजनक हथियार, धातु के पत्तर या टीन के टुकड़े आदि नजर नहीं आये. बता दें कि वारदात से चंद घंटे पहले ही जेल में जो छापेमारी हुई थी, उसका नेतृत्व डीसी व एसपी संयुक्त रूप से कर रहे थे.

रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में एक बंदी ने गला काट कर जान देने की कोशिश की थी

बता दें कि पिछले दिनों राजधानी रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में 26 वर्षीय एक बंदी जवाहर लाल बानरा उर्फ करण (26 वर्ष) ने उस्तुरा से गला काट कर खुदकुशी करने की कोशिश की थी. आनन-फानन में जेल के चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया और उसे रिम्स भेज दिया था. जवाहर लाल का रिम्स के ईएनटी विभाग के चिकित्सक डॉ आरके चौधरी की देखरेख में इलाज किया गया. मालूम हो कि उसे गत आठ जुलाई, 2023 को अरगोड़ा पुलिस ने ब्राउन शुगर के साथ पकड़ा था और नाै जुलाई को जेल भेज दिया था. वह ब्राउन शुगर का पेडलर है और खुद भी ब्राउन शुगर का सेवन करता है.

ब्राउन शुगर का आदी है बंदी

इस सबंध में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद अन्य कैदियों ने जेल प्रशासन को जानकारी दी थी कि जवाहर बुधवार रात से ही बेचैन था. जेल में ब्राउन शुगर नहीं मिलने के कारण वह बैचेन था. नौ जुलाई को वह जेल आया था, इसलिए उसे 12 डी वार्ड में रखा गया था. दो-तीन दिन पहले आने वाले बंदियों को इसी वार्ड में रखा जाता है, ताकि उन्हें जेल में रहने की आदत हो जाये. इसके बाद उन्हें कैदियों के साथ वार्ड में भेज दिया जाता है.

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उस्तुरा से खुद का रेता था गला

गुरुवार 13 जुलाई, 2023 की सुबह जेल परिसर में जहां कैदियों की बाल-दाढ़ी बनायी जाती है, वहीं पर जवाहर आया और नाई का उस्तुरा उठा कर खुद का गला रेत लिया. वह गला काट कर आत्महत्या का प्रयास कर रहा था. इसे देखकर कैदियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. वह उस्तुरा लेकर कैदियों का धमका रहा था. कक्षपाल जब उससे उस्तुरा छीनने का प्रयास कर रहे थे, तो वह और उग्र हो गया. बाद में कक्षपालों ने उसके हाथ में डंडा से मारा, तब उसका उस्तुरा उसके हाथ से फेंका गया. उसके बाद उसे पकड़ कर तुरंत जेल अस्पताल लाया गया. वहां प्राथमिक उपचार कर गंभीर स्थिति काे देखते हुए उसे रिम्स रेफर कर दिया गया था. रिम्स में चिकित्सकों ने उसके कटे गले का ऑपरेशन किया गया था.

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