मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को दुमका के कड़हलबिल में करीब 33 करोड़ रुपये की लागत से बने कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया. साथ ही 10 अरब 95 करोड़ रुपये की कुल 110 योजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने 1.59 अरब रुपये की परिसंपत्ति के अलावा 103 लोगों को नियुक्ति-पत्र बांटे.
मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कागजी कार्रवाई के बाद राज्य में योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से हो रहा है अथवा नहीं, इसकी जांच के लिए सरकार जिलास्तर पर समीक्षा बैठक कर रही है. भले ही योजनाएं प्रोजेक्ट बिल्डिंग से बनती हों, पर धरातल पर वह क्रियान्वित हो रही या नहीं, इसकी अब जांच हो रही है. कई बार पदाधिकारी गलत आंकड़े देते हैं. अब ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा : सभी अधिकारी अपनी जिम्मेवारी ईमानदारी से पूरी करें, ताकि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण तथा निर्धारित समय सीमा में पूरा हो सके.
कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन के मौके पर सीएम ने कहा कि राज्य की उपराजधानी होने के नाते दुमका में मूलभूत सुविधाओं का होना आवश्यक है. यह कन्वेंशन सेंटर उसी कड़ी का अहम हिस्सा है. दुमका संताल परगना प्रमंडल का केंद्र बिंदु भी है. इस नाते भी इसकी एक अलग पहचान है. उन्होंने कहा कि अभी बहुत सारी नयी योजनाओं के माध्यम से दुमका को जोड़ना बाकी है. कन्वेंशन सेंटर का उदघाटन हो जाने से कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के आयोजन में आसानी होगी.
पंचायत तथा गांव के लोग जिन्होंने प्रखंड कार्यालय कभी नहीं देखा, उन तक प्रखंड कार्यालय खुद पहुंच कर उनकी समस्याओं का निष्पादन कर रहा है. गरीबों तथा योग्य लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ देना सरकार की प्राथमिकता है. सांसद, मंत्री, विधायक लोगों तक पहुंच कर समस्याओं को जान रहे हैं तथा उसे दूर करने का काम कर रहे हैं. श्री सोरेन ने कहा कि सरकार जल-जीवन-मिशन के माध्यम से हर घर को नल से पानी पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है.