प्रतिनिधि, जामताड़ा शनिवार को जमताड़ा में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला जलाया गया. अभाविप ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली का आरोप लगाते हुए सरकार की भूमिका पर सवाल उठाये. भाजयुमो के जिलाध्यक्ष कुणाल सिंह ने कहा कि जेएसएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं का मामला अभी न्यायालय में लंबित है. इसके बावजूद सरकार के निर्देश पर आयोग ने परीक्षा परिणाम जारी कर दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने पहले कार्यकाल की तरह इस बार भी उन्होंने युवाओं को धोखा देने का काम किया है. कुणाल सिंह ने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन आज तक कोई भी परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित नहीं की जा सकी है. उन्होंने दावा किया कि पिछली बार भी जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला सामने आया था, जो अभी भी अदालत में लंबित है. बावजूद इसके, सरकार ने पुनः धांधली कर परिणाम घोषित कर दिया है, जो हजारों छात्रों के भविष्य को अंधकारमय बना रहा है. भाजयुमो ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड की हेमंत सरकार ने राज्य के मूलवासी और आदिवासी युवाओं की अनदेखी करते हुए बाहरी उम्मीदवारों और राजनीतिक संबंधों वाले व्यक्तियों को नौकरी दी है. भाजयुमो नेताओं का कहना है कि यह सरकार केवल वादों की राजनीति करती है और युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ करती है. इस कार्यक्रम में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष कुणाल सिंह के अलावा भाजपा नेता विनोद मंडल, जिला महामंत्री मितेश शाह, किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री कमलेश मंडल, जिला सह मीडिया प्रभारी प्रदीप राउत, कार्यालय मंत्री प्रवीण मिश्रा और भाजपा नगर अध्यक्ष गौर बाउरी समेत कई अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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