दुमका. झारखंड राज्य ग्राम जल सहिया कर्मचारी संगठन के बैनर तले जिले भर के विभिन्न प्रखंडों से जुटी जल सहियाओं ने गुरुवार को पुराना समाहरणालय परिसर में दस सूत्री मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. राज्य सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये की आलोचना करते हुए अपने आक्रोश का इजहार किया. जल सहियाओं ने कहा कि उनके द्वारा विभिन्न अवसरों पर उचित मांगों को लेकर आंदोलन किया जाता रहा है, लेकिन राज्य की सरकार जल सहियाओं की उपेक्षा कर रही है. जल सहियाओं को महज प्रोत्साहन राशि ही दिया जा रहा, जबकि सरकार को चाहिए कि वह न्यूनतम मानदेय की राशि के तौर पर कम से कम प्रतिमाह 18,000 रुपये का भुगतान करे, ताकि वे सम्मानपूर्वक अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें. जल सहियाओं ने ठेकेदार की बजाय समस्त काम जलसहियाओं से लेने व समूह बीमा कराते हुए कम से कम बीस लाख रुपये का बीमा कराने व असामयिक मृत्यु की स्थिति में सरकारी कर्मचारियों की तरह आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी. इन तमाम मांगों से जुड़ा ज्ञापन प्रधान, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, आयुक्त तथा जिले के उपायुक्त को भी भेजा गया. धरना प्रदर्शन में जरीना खातून, कंचन कुमारी, मालती देवी, अनीता मुर्मू, मोनिका सोरेन आदि मौजूद थीं.
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