Jharkhand Assembly Election: बसंत सोरेन ने हिमंता बिश्वा सरमा पर कसा तंज, लुईस मरांडी ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप
सीएम हेमंत सोरेन के भाई और दुमका विधायक बसंत सोरेन ने असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कि असम के लोग अब उन्हें भूल गए हैं. उन्हें अब झारखंड का परमानेंट निवासी बन जाना चाहिए.
Jharkhand Assembly Election : झामुमाे से जामा की प्रत्याशी डॉ लुईस मरांडी के हथियापाथर स्थित आवास पर दुमका विधायक बसंत साेरेन ने डॉ लुईस समर्थकों के संग बैठक की. बाद में मीडिया से बातचीत में बसंत सोरेन ने भाजपा नेता और असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर तंज कसते हुए कहा कि डुप्लीकेट नाम लेकर घूम रहे एक मुख्यमंत्री को तो मैं कहूंगा कि वे यहीं के वाशिंदा हो जायें, क्योंकि उन्हें उनके प्रदेश के लोग भूल गये हैं. अभी तो चुनाव है. चुनाव के बाद उनका यहां का वोटर आइडी बना दिया जाये, यह मेरा आग्रह है. वहीं पूर्व बीजेपी नेता लुईस मरांडी ने भी आपबीती बताई और बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में काम का महत्व नहीं है.
लुईस मरांडी भारी मतों से होंगी विजयी : बसंत
बसंत सोरेन ने डॉ लुईस के झामुमो में आने से मिलने वाले लाभ तथा दुमका-जामा विधानसभा सीट के सवाल पर कहा कि जामा झामुमो का गढ़ रहा है, जहां दीदी डॉ लुईस मरांडी भारी मतों से जीतेंगी. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता काफी उत्साह व जोश में हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर झामुमो के कार्यकर्ता हर चुनौतियों को रौंदकर आगे बढ़ने और विजय पताका लहराने के लिए तैयार हैं. झामुमो के कार्यकर्ताओं को कोई संदेश देने की आवश्यकता नहीं है.
BJP ने दूध से मक्खी की तरह मुझे निकाला : डॉ लुइस
झामुमो प्रत्याशी डॉ लुइस मरांडी ने कहा कि उन्हें दूध से मक्खी की तरह निकालने का काम भाजपा ने किया. लेकिन, झामुमो ने महिलाओं के प्रति स्नेह व सम्मान एक बार फिर दिखाया. पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाई विधायक बसंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने हमें अपनाया. सम्मान दिया. डॉ लुइस ने कहा कि काम का महत्व भाजपा में नहीं है. महिलाओं को सम्मान देना झारखंड मुक्ति मोर्चा में दिखा. 49 लाख बहनों को सम्मान देना इसका एक बड़ा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि वे पहले भी जामा क्षेत्र में घूमती रहीं हैं. दुमका व जामा का कंधे से कंधा मिलाकर विकास करूंगी. उन्होंने कहा कि 28 अक्तूबर को नॉमिनेशन करेंगी. झामुमो की यह परंपरागत सीट रही है, जहां से खुद शिबू सोरेन ने अपना पहला चुनाव जीता था.