77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने दुमका के पुलिस लाइन में झंडा फहराया. जिसके बाद उन्होंने राज्य को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कहीं. सबसे पहले उन्होंने झारखंड के लोगों खासकर संताल परगना के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई दी. इसके साथ ही पुलिस बल को भी बधाई दी. इसके बाद उन्होंने झारखंड के महान वीर जैसे बिरसा मुंडा, अमर शहीद सिद्धो-कान्हो, बाबा तिलक मांझी, चांद भैरव सहित कई वीर सपूतों को नमन किया.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि हमारा राज्य झारखंड निरंतर प्रगति के पथ पर है. ऐसे में यही प्रयास है कि झारखंड के सुदूर इलाके में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे. झारखंड ने कई क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. चाहें वह कृषि, शिक्षा या स्वास्थ्य का क्षेत्र हो.
झारखंड सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है. जिससे राज्य सरकार के लाखों कर्मचारियों को लाभ मिला है. कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की गई है. सर्वजन पेंशन योजना के तहत जरूरतमंदों के बीच पेशन दी जा रही है. आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत राज्य के कोने-कोने तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है.
झारखंड मे बेरोजगारी और पलायन एक गंभीर समस्या रही है. स्थानीय युवाओं को लिए राज्य के भीतर ही राजगार उपलब्ध कराने और पलायन को रोकने के लिए सरकार ने नियोजन अधिनियम 2021 अधिसूचित किया गया है.
शिक्षा ही राज्य के विकास की नींव है. इस क्षेत्र में झारखंड सरकार ने 88 एकलव्य विद्धालय और 80 मॉडल स्कूल प्रारंभ किया गया है. इन स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. इसके अलावा वैसे छात्र जो आर्थिक कारणों के वजह से अपनी पढ़ाई पूरा नहीं कर पाते है. उसके लिए सरकार ने गुरूजी स्टूडेंट क्रेडित कार्ड योजना स्वीकृत की गई है.
खेल के क्षेत्र में झारखंड की अलग पहचान रही है. झारखंड के खिलाड़ियों ने कई खेल प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है. सरकार द्वारा झारखंज में खेल का बेहतर इको सिस्टम तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है.
झारखंड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करान के लिए प्रयासरत है. राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दवाओं एंव डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. देवघर में AIIMS की स्थापना से संथाल परगना के क्षेत्र में लोगों को बेहतर सुविधा मिल रही है.
झारखंड सरकार महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा पर जोर दे रही है. इसके लिए कई योजनाएं भी लागू की गई है. जिसके तहत किशोरियों को मदद किया गया है.
झारखंड के सभी दिव्यांग, वरिष्ट नागिरकों और असहाय महिलाओं को सर्वजन पेंशन योजना के तहत पेंशन दिया जा रहा है. अब तक 12 लाख से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़ा गया है.
झारखंड रेशम उत्पादन में देश का प्रमुख एंव अग्रणी राज्य रहा है. जिसमें संथाल परगना क्षेत्र की अहम भूमिका है. वर्ष 2022-2023 में 872 मीट्रिक टन कच्चे रेशम का उत्पादन किया गया.