Jharkhand News (रामगढ़, दुमका) : संताल परगना में एक बार फिर पक कर तैयार होनेवाली धान की बालियों में भनभनिया कीट का प्रकोप देखने को मिल रहा है. इस कीट के प्रकोप से धान की बाली में दूध भरने से पहले काफी क्षति पहुंच चुकी है. भनभनिया कीट के कारण खड़ी फसल बर्बाद होने से क्षेत्र के किसान काफी परेशान हैं.
कांजो पंचायत के बुढ़ाबांधकियारी, दलहा, जरहरिया आदि क्षेत्रों के दर्जनों एकड़ में लगी फसल को यह कीट अपनी चपेट में ले चुका है. किसानों में मुन्ना मांझी, शनिचर मांझी, कलेश्वर मांझी आदि किसानों ने बताया कि धान की फसल में ऐसे कीटों के नियंत्रण को लेकर तकनीकी जानकारी नहीं रहने के कारण फसल तेजी से बर्बाद हो रही है.
प्रखंड में कृषक मित्र के अलावा आत्मा के कार्यालय आदि रहने के बावजूद किसानों को फसल उगाने के नवीन तरीके, मिट्टी की जांच, फसल पर लगने वाले रोग व उसके उपचार की सारी जानकारी नहीं मिलती है. यही कारण है कि आज भी किसान पिछड़े हैं. उन्हें फसल के बदले उचित आमदनी नहीं मिल पाती. किसान हजारों रुपये फसल उजपाने में लगाकर भी कंगाल हो रहे हैं. किसानों ने रामगढ़ सीओ से राहत की मांग की है.
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भनभनिया कीट के कारण फसल बर्बाद होने का मामला पिछले साल भी आया था. पिछले साल गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड में भी दर्जनों एकड़ में लगी फसल इस कीट की वजह से नष्ट हो गया था. इसके बाद ही कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मुआवजा देने की घोषणा की थी.
Posted By : Samir Ranjan.