JMM का 46वां झारखंड दिवस आज दुमका में, दिशोम गुरु शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन करेंगे शिरकत

JMM Jharkhand Diwas 2025: झारखंड मुक्ति मोर्चा आज दुमका जिले के गांधी मैदान में 46वां झारखंड दिवस मनाएगा. मौके पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे.

By Guru Swarup Mishra | February 2, 2025 6:20 AM

JMM Jharkhand Diwas 2025: दुमका-झारखंड के दुमका जिले के गांधी मैदान में आज रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) 46वां झारखंड दिवस मनाएगा. झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गांडेय विधायक कल्पना सोरेन समेत कई नेता कार्यक्रम में शामिल होंगे. बड़ी संख्या में समर्थकों का जुटान होगा. पूरा शहर होर्डिंग, बैनर व फ्लैक्स से पट गया है. महापुरुषों व पार्टी के दिवंगत नेताओं के नाम से जगह-जगह तोरणद्वार बनाये गये हैं. गांधी मैदान तक पहुंचने के हर मार्ग को सजाया गया है. एसपी कॉलेज से रैली गांधी मैदान पहुंचेगी. गांधी मैदान में बड़ा-सा मंच बनाया गया है. चार स्थानों पर एलइडी स्क्रीन लगायी गयी है. इसके अलावा शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लाइव स्ट्रीमिंग के इंतजाम किये गये हैं. शनिवार देर शाम सांसद नलिन सोरेन दुमका के गांधी मैदान पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया.

गुरुजी के सपनों को साकार करने का यह सही समय है : बसंत


झारखंड मुक्ति मोर्चा के 46वें झारखंड दिवस की तैयारी की मॉनीटरिंग कर रहे दुमका विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि पिछले दिनों झारखंड विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने जो ऊर्जा दी है, उससे पार्टी मजबूत हुई है. पार्टी जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात काम कर रही है. अपने खिजुरिया स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में बसंत सोरेन ने कहा कि पिछले साल राजनीतिक उथल-पुथल और अस्थिरता की वजह से आयोजन को झामुमो ढंग से नहीं मना सका था. उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन हमारी पार्टी का मंत्र है. आदिवासी-मूलवासी को बचाना आज जरूरी है. हम मानते हैं कि गुरुजी के सपनों को साकार करने का सबसे आइडियल समय यही है. उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन को दिशोम गुरु या गुरुजी इस राज्य और इलाके की जनता ने बनाया.

मूलवासियों के विकास में जुटी है सरकार


बसंत सोरेन ने कहा कि इस राज्य की लड़ाई का मकसद तभी पूरा होगा, जब आदिवासी-मूलवासी का समुचित उत्थान होगा. इन्हें दारु-हड़िया की संस्कृति से उबारकर विकास के मार्ग पर अग्रसर करने में सरकार लगी है. उन्होंने कहा कि विस्थापन का मतलब यह कतई नहीं है कि किसी को हटाकर खुद का विकास हो. जब तक उनका पुनर्वास और विकास न हो, यह विस्थापन सही नहीं है. छोटे उद्योग और स्वरोजगार विकसित कर पलायन रोकने की पहल भी इस सरकार की प्राथमिकता है.

दुमका में हवाई सेवा और रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की होगी पहल


बसंत सोरेन ने कहा कि दुमका में हवाई सेवा व रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की पहल की जायेगी. सड़कों पर बहुत काम किया गया है. खेतों तक पानी पहुंचेगा. लोगों का जीवन स्तर विकसित करने के लिए भी काम होगा.

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