पक्की सड़कों को तरस रहे दर्जनों गांव, बरसात में बढ़ेगी मुसीबत
गांव तक पक्की सड़क नहीं, बारिश में गांव से निकलना होता है मुश्किल
काठीकुंड. प्रखंड क्षेत्र के कई गांव अबतक पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाये हैं. कई जगहों पर गांव से बाहर कुछ दूरी पर मुख्य सड़कें तो है, पर गांव जाने वाला रास्ता कच्चा होने की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई गांव ऐसे है जहां बारिश के मौसम में गांव की मुख्य सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है. कुछ ऐसा ही हाल है प्रखंड के बिछियापहाड़ी स्थित गंधर्व गांव स्थित प्रधान टोला व नीचे टोला का. गांव में कच्ची सड़क है. मशक्कत से गांव में 4 पहिया वाहन घुस पाती है. बारिश में यहां कमर तक पानी भर आता है और लोगों का आवागमन मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण लंबे समय से गांव में सड़क की मांग कर रहे है. इसी पंचायत के सरुवापानी गांव के तुर्कापहाड़ी पहाड़िया टोला में मुख्य सड़क से गांव तक जाने के लिए केवल पगडंडियां ही है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से यहां भी बारिश के मौसम में आना जाना कठिनाई भरा होता है. जमनी से निझोर जाने वाली पथरीली सड़क भी ग्रामीणों के लिए वर्षों से परेशानी का सबब बनी हुई है. इस रास्ते में निझोर गांव के अलावा, मजडीहा व अन्य कुछ गांव भी आते हैं. सामान्य दिनों में भी इस रास्ते पर चलना दूभर रहता है. जमनी से जोड़ाआम तक सड़क के निर्माण की मांग ग्रामीण अरसे से करते आ रहे हैं.
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