कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता के खिलाफ जताया आक्रोश संवाददाता, दुमका विधि लिपिक संघ ने शुक्रवार को बंदोबस्त कार्यालय में व्यापक भ्रष्टाचार और अनियमितता के खिलाफ धरना देकर मांग-पत्र सरकार को भेजा. संघ संरक्षक रवींद्र चंद्र यादव ने धरना का नेतृत्व किया. संचालन महासचिव कंचन यादव ने किया. ग्राम प्रधान मांझी संगठन ने भी धरना का समर्थन किया. संघ के नेताओं ने कहा कि पदाधिकारियों व बंदोबस्त कार्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण समय पर कोई काम नहीं होता है. नकल निकालने में वर्षों बीत जाते हैं. अभिलेखागार के कर्मी नकलखाना को जल्दी अभिलेख उपलब्ध नहीं कराते हैं, हर नकल आवेदन के पीछे मोटी रकम की मांग करते हैं. अभिलेख किसी भी तरह नकलखाना में चले जाने के बाद नकलखाना में भी मोटी रकम की मांग की जाती है, जिस नकल आवेदन में रुपये चढ़ावा मिल जाता है. उसका नकल तुरंत उपलब्ध हो जाता है, जिस नकल आवेदन में रुपये नहीं मिलता है, उसे रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है. हजारों नकल आवेदन लंबित हैं. अभिलेखों में आदेश पारित है. पर आदेश के पालन में तरमिम कार्य भी नहीं किया जाता. कहा गया कि सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी मुख्यालय दर्जनों शिविर के प्रभार में रहने के कारण मुख्यालय में बहुत कम ही नजर आते हैं. हर दिन इनका कैंप कोर्ट में ही समय बीतता है. सरकार का निर्देश भी है कि अगर कोई सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय हैं, तो उसे न्यायहित व लोकहित में कैंप न्यायालय का कार्य उसे आवंटित नहीं होगा. परंतु यहां उसका पालन नहीं हो रहा. सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय गोड्डा जिले के प्रभार में हैं जबकि उनका घर भी गोड्डा जिला में ही पड़ता है. धरना के माध्यम से ज्ञापन आयुक्त, उपायुक्त और बंदोबस्त पदाधिकारी दुमका को सौंपा गया. कार्यक्रम में अध्यक्ष जय चांद मंडल, सम्मानित अध्यक्ष शुभेंद्र प्रसाद सिन्हा, धीरेंद्र महतो, संजीव यादव, मृदुल गुप्ता, हाबु महतो, नंद चौधरी, कोषाध्यक्ष नरेंद्रनाथ दुबे, गणेश मिश्रा, तापस मंडल, हराधन मांझी, पप्पू ठाकुर, सुमित कुमार झा, बिजय हेंब्रम, गुडविल टुडू, दीपक झा, बीरेंद्र गुप्ता, भक्तिपद दास, बालेश्वर सिंह, परमेश्वर सिंह समेत दर्जनों विधि लिपिक मौजूद थे. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सलाहकार सह अधिवक्ता कमल किशोर झा, अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार यादव, ग्राम प्रधान मांझी संगठन के अध्यक्ष सह अधिवक्ता भीम मंडल, दिलीप कुमार तिवारी, केएन झा, विकास कुमार चौरसिया मौजूद थे. प्रमुख मांगें:- – सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी महेंद्र मांझी को सभी शिविरों के प्रभार से हटाकर मुख्यालय में रखा जाये. ताकि रैयतों व मोहरिलों का कार्य आसानी से हो सके. – किरानी हांसदा अनुसवेक को उनके गृह जिला गोड्डा शिविर से हटाकर अन्यत्र शिविरों रानीश्वर, शिकारीपाड़ा, काठीकुंड की ओर भेजा जाए अथवा वाह्य स्रोत की सेवा से हटाया जाय. – स्थानांतरित पेशकार से अभिलेख जमा कराया जाय तथा इन सभी के ऊपर विभागीय कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा जाय. – नकल निर्गत करने एवं तरमिम करने संबंधी व्यवस्था को सरल बनाया जाय. – पूर्व बंदोबस्त पदाधिकारी सुनील कुमार एवं वर्तमान सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी महेन्द्र मांझी द्वारा किये गए कार्यों की जांच की जाय. – गोड्डा व साहिबगंज जिले के सभी शिविर से तत्काल सभी कर्मचारी को स्थानांतरित कर मुख्यालय लाया जाय और इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाय.
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