माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर महिलाओं से लाखों की ठगी
3110 रुपये जमा कर 60000 रुपये लोन लेने का दिया था झांसा
दुमका. एमएसएम माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड नामक फर्जी कंपनी द्वारा सैकड़ों महिलाओं को ठगी का शिकार बनाये जाने का मामला सामने आया. सोमवार को दर्जनों महिलाएं अपनी शिकायत लेकर नगर थाने पहुंची. उन्होंने मामले की विस्तृत जानकारी पुलिस को दी. बताया कि शहर के दुधानी स्थित डोमपाड़ा में सुमन कुमार सिंह नामक व्यक्ति ने अपने आप को एमएसएम माइक्रो फाइनेंस का ब्रांच मैनेजर बताकर रहने के लिए मकान किराये पर लिया था. उसने अपना आधार कार्ड दिया, उस पर सुमन कुमार सिंह, पुत्र- शंभू सिंह, वार्ड नं 05, गांधी पथ, सहरसा, बिहार लिखा है. घर के आगे कंपनी का बैनर भी लगा दिया. कंपनी का एजेंट धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में घूम कर भोली-भाली महिलाओं को 60 हजार रुपये लोन देने का लालच दिया. इसके लिए प्रत्येक सदस्य से 3110 रुपये लेकर उसे रशीद भी थमा दिया. प्रत्येक सदस्य को महिलाओं का ग्रुप बनाने और प्रत्येक सदस्य से 3110 रुपये लेकर कंपनी के संचालक के खाते में जमा करने को कहा. 3110 रुपये जमा कर 60000 रुपये लोन के चक्कर में ग्रामीण महिलाएं झांसे में आ गयी. कंपनी का नेटवर्क इतना तेजी से फैला कि दुमका जिला ही नहीं बल्कि देवघर जिला के विभिन्न थाना क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं सदस्य बनकर 3110 रुपये जमा कर बैठी. कोई नकद तो कोई गोलू कुमार नामक कर्मी के अकाउंट में ऑनलाइन रुपये जमा कर दी.
एक अप्रैल को लोन लेने बुलाया था दुमका
कंपनी के कर्मियों ने सभी को माइक्रो फाइनेंस कंपनी से जोड़ने के बाद सभी को एक अप्रैल को दुमका कार्यालय बुलाया था. सैकड़ों की संख्या में सदस्य एक अप्रैल को लोन लेने दुमका के दुधानी स्थित डोमपड़ा में एमएसएम माइक्रो फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पहुंचे थे, जहां उनलोगों ने ताला लगा पाया. घर के बाहर लगे कंपनी का पोस्टर भी गायब था. महिलाओं ने कर्मियों के साथ फोन पर संपर्क किया, तो उनलोगों ने बताया कि जो करना है कर लो. उसके बाद सभी कर्मी का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. ठगी की शिकार महिलाएं नगर थाने पहुचीं. इसमें दुमका जिला के शिकारीपाड़ा, सरैयाहाट, जरमुंडी, देवघर के सोनारायठाढ़ी, सारवां समेत विभिन्न थाना क्षेत्र की महिलाएं शामिल थी, उनलोगों ने पैसे वापस दिलाने की मांग पुलिस से की. इस बाबत नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अमित कुमार लकड़ा ने कहा कि आवेदन मिलने पर अग्रेतर कार्रवाई के लिए संबंधित थाने को अग्रसारित किया जायेगा. क्योंकि उक्त कंपनी के एजेंट ने गांव-गांव घूमकर घर से रुपये की ठगी की है.