सभी क्लस्टर के साथ मेडिकल टीम भी इस बार रहेगी टैग, चुनाव के दौरान रखा जायेगा दुमका में एयर एंबुलेंस
सभी क्लस्टर के साथ मेडिकल टीम भी इस बार रहेगी टैग, चुनाव के दौरान रखा जायेगा दुमका में एयर एंबुलेंस, विभिन्न क्षेत्रों में 32 एंबुलेंस व मेडिकल टीम की भी रहेगी तैनाती
दुमका. सातवें और अंतिम चरण में इस बार संताल परगना के तीनों लोकसभा क्षेत्र दुमका, राजमहल और गोड्डा में एक जून को मतदान होना है. बेहद गर्मी व तीखी धूप को देखते हुए आयोग के दिशा-निर्देश पर प्रशासन ने चुनाव संपन्न कराने के लिए विशेष तैयारी कर रखी है. मतदान कार्य में प्रतिनियुक्त किये जाने वाले कर्मियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए कलस्टर स्तर पर मेडिकल टीम को टैग किया गया है. वहां डाक्टर या नर्स आदि मौजूद रहेंगे. सामान्य दवाइयां भी उपलब्ध करायी गयी है. ओआरएस सहित अन्य चीजें उपलब्ध करा दी जायेगी, ताकि गर्मी की वजह से डिहाइड्रेशन वाली स्थिति से उन्हें बचाया जा सके. मतदानकर्मियों को डिस्पैच के दौरान सूखा आहार यथा चूड़ा, गुड़ व सत्तु उपलब्ध कराया जायेगा.
दुमका एयरपोर्ट पर उपलब्ध रहेगा एयर एंबुलेंस:
आकस्मिक परिस्थिति के लिए पहली बार दुमका एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस भी उपलब्ध रहेगा. दुमका से ही जरूरत पड़ने पर गोड्डा या राजमहल संसदीय क्षेत्र में किसी तरह की जरूरत पड़ने पर यह एयर एंबुलेंस चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुरूप अपनी सेवा देगा और इंपैनल्ड अस्पताल तक मरीज को पहुंचायेगा. बतादें कि दुमका-गोड्डा जैसे जिले उग्रवाद प्रभावित रहे हैं. हालांकि पिछले कुछ साल से नक्सल गतिविधियों में विराम लगा हुआ है. बावजूद इसके पुलिस हर दृष्टिकोण से संवेदनशील व सजग होकर काम कर रही है. हर बूथ की डिटेल स्टडी के बाद एक्शन प्लान बनाया गया है. इस बार हर बूथ तक पोलिंग पार्टी बगैर आरओपी के न तो जायेंगे और न ही आयेंगे़. बतादें दुमका में पहले के चुनाव में ऐसी चूक का लाभ नक्सलियों ने उठाया था.
1891 में 68 बूथ वल्नरेबल, 712 क्रिटिकल :
दुमका संसदीय क्षेत्र में इस बार कुल 1891 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जिनमें से 68 बूथ वल्नरेबल, 712 क्रिटिकल चिह्नित किये गये हैं. उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी आंजनेयुलु दोड्डे एवं एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि जिले में चुनाव कार्य संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की उपलब्धता रहेगी. हर मतदान केंद्र के लिए अलग प्लान बनाया गया है. श्री खेरवार ने बताया कि संवेदनशील इलाकों के मार्ग में पुलिस तमाम पुल-पुलिया आदि की सूक्ष्मता से जांच कर रही है. क्षेत्र के मतदाताओं में भी कांफिडेंस बिल्डिंग का काम किया जा रहा है, ताकि वे बढ़-चढ़तक मतदान में भाग लें. चुनाव में विषम परिस्थिति के लिए 41 क्विक रेस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) गठित की गयी है. केंद्रीय बलों की 41 कंपनियां नक्सल प्रभावित व अति संवेदनशील इलाकों में प्रतिनियुक्त रहेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है