यह दृश्य किसी और देश का नहीं है. किसी आतंकवादी हमले के बाद का भी यह सीन नहीं है. आपके सामने जो ये तस्वीर है, वो झारखंड के दुमका जिले की है. हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुमारहाट के पास की. बिहार को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाले दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर गुरुवार (27 अक्टूबर) को एक बड़ा हादसा हो गया.
तेज रफ्तार एलपीजी टैंकर एक पेड़ से टकरा गया, जिसके बाद उसमें जोरदार धमाका हुआ. देखते ही देखते एलजीपी टैंकर आग के शोलों में तब्दील हो गया. अफरा-तफरी मच गयी. लोग इधर-उधर भागने लगे. बाइक से जा रहे लोग, आग के शोलों को देख वहां से लौटने लगे. आग की लपटें करीब चार किलोमीटर दूर से ही देखी जा रही थी.
हादसे के बाद कई लोग झुलस गये. कई लोगों की हालत गंभीर है. एक शव भी बरामद हुआ है. बताया जा रहा है कि शव टैंकर के ड्राइवर का हो सकता है. टैंकर में विस्फोट के बाद आग की लपटें उठी, जिसकी वजह से आसपास खड़ी एक ही कंपनी की तीन बसें जलकर खाक हो गयीं. जिस वक्त हादसा हुआ, सभी बसें खाली थीं.
हादसा टैंकर के अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने की वजह से हुआ. घटनास्थल के आसपास जो लोग मौजूद थे, उनमें से कई झुलस गये हैं. हादसे की वजह से घटनास्थल के आसपास टैंकर में विस्फोट से पेड़ की टहनियां टूटकर उड़ गयीं. कई पेड़ भी जल गये. काफी देर तक रह-रहकर विस्फोट होता रहा. टैंकर के चदरे दूर-दूर तक विस्फोट से उड़ते रहे.
टैंकर की आग और उसमें हुए विस्फोट की वजह से आसपास के बिजली के पोल और तार टूट गये. इलाके में बिजली की आपूर्ति ठप हो गयी. 33000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन को भी नुकसान पहुंचा. इसका नतीजा यह हुआ कि महारो ग्रिड से सरैयाहाट पावर सब स्टेशन की आपूर्ति ठप हो गयी.
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि थोड़ी देर के लिए जसीडीह से गोड्डा जानेवाली पैसेंजर ट्रेन को नोनीहाट स्टेशन पर रोक दिया गया. सड़क से आवागमन को भी रोक दिया गया है. अग्निशमन दस्ता घटनास्थल पर पहुंचा, तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी की टायर से धुआं निकलता देखा गया. टैंकर की आग पर काबू करने से पहले टायर की आग बुझायी गयी.